मेड इन बिहार हेलीकॉप्टर बनाने वाले अमरजीत पासवान जिसने करोड़ों का ऑफर ठुकराया, आज हम आपको ऐसे अनपढ़ बिहार के लड़के की कहानी बताने जा रहे है| जो एक बार फिर से दोहरा दिया की बिहारी भी किसी से कम नही है| बिहार के गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के बेलसंड गांव निवासी अमरजीत मांझी नाम युवक इन दिनों हेलिकॉप्टर बनाकर उसे उड़ाने में व्यस्त हैं । बिहार के अमरजीत अनपढ़ है लेकिन उनके हौसले कम नहीं हैं । जीवन का एक ही लक्ष्य बनाया कि हेलिकॉप्टर बनाकर उसे उड़ाना हैं।
बिहार के अमरजीत पासवान मेहनत के दम पर हेलीकाप्टर बनाने की कहानी शुरू होती है और 1 साल से ज्यादा से हेलीकाप्टर बनाने में लगे हुए है। हिंदुस्तान से बाहर से बिहार के लाल को ऑफर भी मिला लेकिन बिहार के अमरजीत बाबू देश के लिए कुछ करने के जज्बे से मेहनत में लग गए। बिहार के गोपालगंज के छोटे से गाँव भेलसड़ में रहकर उन्होंने यह सपना देखा था और जब उनके पिता हेलीकाप्टर उड़ने के बारे में पूछा तो उन्होंने पहले पिता जी को मिनी हेलीकाप्टर उड़ा कर दिखाया और इस तरह बिहार के लाल ने माता पिता को विश्वास दिलवाया।
पहले बिहार के अमरजीत मैकेनिक का काम करते थे और फिर वो दुबई गए और वहाँ उनको काम में मज़ा नहीं आया तो उन्होंने वापस बिहार आकर माँ को कहा कि मुझे हेलीकाप्टर बना कर उड़ाना है तो माँ ने कहा कि हम गरीब कैसे तेरी मदद करेंगे तेरी हेलीकाप्टर बनाने में, फिर उन्होंने माँ को समझाया कि वो सब कर लेंगे। तो उन्होंने अपने जज्बे और जिद्द पकड़कर इस हेलीकाप्टर बनाने की धुन सवार कर काम पर लग गए और उनकी माताजी ने बताया कि बचपन से ही ऐसे गाड़ियां और मैकेनिक का शौक था जो युवा अवस्था में आकर उन्होंने इससे अपना लक्ष्य बना लिया।
बिहार के अमरजीत मांझी,रामबली मांझी के पांचवें बेटे हैं। बिहार राज्य के अमरजीत पैसे के अभाव में केवल पहली कक्षा तक ही स्कुल गए थें। फिर गांव के आस-पास मजदूरी का काम किया। कुछ दिन असम में तेल रिफाइनरी मे काम सीखने के बाद कुछ सालों तक नौकरी की। फिर कुछ सालों के लिए वो विदेश गए । वहीं पर बिहार के लाल ने हेलिकॉप्टर बनाने की जानकारी प्राप्त की और फिर फिर घर आने के बाद इसमें पुरे तन मन से जुट गए ।
हेलीकाप्टर का लगभग अस्सी फीसदी काम पुरा हो चुका है ।इंजन से लेकर ड्राइवर की सीट,पंखे,सहित लगभग ढांचा खड़ा कर दिया है ।इंजन से जुड़े कुछ काम के बाद इसकी फाईनल टेस्टिंग होगी फिर जुन या जुलाई में यह उड़ान भरेगा ।