apanabihar 2 12

दिल्ली की रहने वाली सौम्या शर्मा (Saumya Sharma) ने कई मुसीबतों का सामना किया और 16 साल की उम्र में उन्होंने सुनने की शक्ति खो दी. हालांकि इसके बावजूद उन्होंने आम कैंडिडेट्स की तरह यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) दी और टॉपर बनीं. हाल में एस्पिरेंट (Aspirant) नाम की एक वेबसीरीज आई थी, जिसमें यूपीएससी (UPSC) की तैयारी कर रहे तीन दोस्तों की कहानी दिखाई गई है. इस मौके पर हम आपको कुछ ऐसे ही लोगों की स्टोरी बता रहे हैं, जिन्होंने कई मुश्किलों का सामना कर यूपीएससी पास किया.

16 की उम्र में खो दी सुनने की शक्ति

द बेटर इंडिया को दिए इंटरव्यू में सौम्या शर्मा (Saumya Sharma) ने बताया था कि 16 साल की उम्र में एक दिन उनकी सुनने की शक्ति अचानक चली गई. इसके बाद उन्होंने डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. डॉक्टर ने बताया कि वह 85 से 90 प्रतिशत सुनने की क्षमता खो चुकी हैं. इसके बाद सौम्या को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन समय के साथ वह इस सदमें से उबर गईं और अब हियरिंग ऐड की सहायता से सुनती हैं.
सौम्या शर्मा (Saumya Sharma) की शुरुआती पढ़ाई दिल्ली से हुई है और इसके बाद उन्होंने नेशनल लॉ स्कूल से वकालत की पढ़ाई की है. लॉ के अंतिम वर्ष में सौम्या ने यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला लिया था.

4 महीने में की UPSC एग्जाम की तैयारी

सौम्या शर्मा (Saumya Sharma) ने साल 2017 में यूपीएससी एग्जाम देने का फैसला किया, लेकिन उनके पास प्री-एग्जाम की तैयारी के लिए सिर्फ 4 महीने का समय बचा था. हालांकि सौम्या ने कड़ी मेहनत की और सिर्फ चार महीने की तैयारी से ही देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी एग्जाम अपने पहले प्रयास में ही क्लियर कर लिया.

एग्जाम के दिन हुआ बुखार

सिर्फ 4 महीने की तैयारी के बाद सौम्या शर्मा (Saumya Sharma) एग्जाम देने वाली थी, लेकिन ठीक परीक्षा वाले दिन बड़ी मुश्किल हो गई और उन्हें हाई फीवर हो गया. सौम्या ने इंटरव्यू में बताया था कि फीवर की वजह से वह बेड से उठ तक नहीं पा रही थीं और जीएस का रिवीजन भी नहीं कर पाईं. उन्होंने बताया था कि 102 डिग्री बुखार चढ़ने के बाद मुझे IV ड्रिप दी गई और किसी तरह मैं एग्जाम देने में तैयार हुई.

एग्जाम के बीच में भी दी गई ड्रिप

सौम्या शर्मा (Saumya Sharma) बताती हैं कि बुखार से मेरी हालत काफी खराब थी और जीएस पेपर्स के बीच में यानी लंच ब्रेक के दौरान भी मुझे आईवी ड्रिप दी गई. ड्रिप की वजह से एग्जाम देते समय मैं लगभग बेहोशी के हालत में थी और कई बार आंखों के सामने अंधेरा छा गया था. इसके बावजूद सौम्या ने सफलता हासिल की और ऑल इंडिया में 9वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनीं.

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.