पटना में मेट्रो रेल का प्रोजेक्ट यूं तो दो साल से चल रहा है, लेकिन अब यह योजना धीरे-धीरे गति पकड़ने लगी है। इस योजना से ढेरों लोगों को नौकरी और रोजगार भी मिला है। प्रोजेक्ट के लिए अधिकारियों के कई पदों पर भर्तियां भी की गई हैं, हालांकि अभी यह योजना इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के स्तर पर है और इसमें ज्यादातर काम आउटसोर्सिंग वाले मैन पावर के जरिये होना है। इस बीच पटना मेट्रो में नौकरी की चाहत रखने वाले युवाओं को ठगने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है।
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक ठग निर्माणाधीन मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर न केवल फर्जी विज्ञापन निकालकर लोगों से पैसे ऐंठ रहे हैं, बल्कि उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे रहे हैं। हाल ही में तीन युवाओं को ऐसा ही फर्जी नियुक्ति पत्र देने का मामला दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के सामने आया है। इन युवाओं के नाम कृतिश किशोर, यासिर इमाम और रोशन कुमार शामिल हैं। मामला सामने आने के बाद डीएमआरसी ने पटना के श्रीकृष्णापुरी थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए तहरीर दी है।
डीएमआरसी ने भी किया सचेत
पटना मेट्रो का निर्माण करने वाली दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने खुद भी इसको लेकर लोगों को सचेत किया है। डीएमआरसी के एग्जीक्यूटिव निदेशक अनुज दयाल ने संदेश जारी कर कहा है कि कुछ शातिर लोग पटना मेट्रो में रोजगार दिलाने का फर्जी विज्ञापन निकालकर बेरोजगार युवकों को ठग रहे हैं। कुछ तो आफर लेटर तक दे रहे हैं।
डीएमआरसी के मुताबिक उनके यहां नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड और योग्यता पर आधारित है। डीएमआरसी में किसी भी एजेंसी या व्यक्ति को इसके लिए अधिकृत नहीं किया है। अगर कोई व्यक्ति इस तरह का प्रलोभन देता है, तो नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं। मेट्रो से जुड़ी किसी प्रकार की सूचना के लिए दिल्ली मेट्रो की ऑफिशियल वेबसाइट का इस्तेमाल करें।
साभार – दैनिक जागरण