साल 2017 में UPSC जैसी कठिन परीक्षा में 32 स्थान प्राप्त करने वाले अभिषेक वर्मा की कहानी हर युवा को प्रेरणा दे सकती है। अभिषेक ने ग्रेजुएशन में यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला किया था और उन्होंने इसके लिए जी-तोड़ मेहनत भी शुरू कर दी थी। पहले प्रयास में अभिषेक को असफलता प्राप्त हुई थी, लेकिन दूसरे प्रयास में वह अपनी कोशिश में कामयाब हुए।
अभिषेक मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। अभिषेक मानते हैं कि इस परीक्षा के लिए बहुत जरूरी है कि आप अलग तरीके से सेवा करें। पहले तो आपको सिलेबस पूरी तरह पता होना चाहिए और अगर आपको कोई डाउट हो तो सबसे पहले यूपीएससी की वेबसाइट पर जाकर पूरी सिलेबस चेक कर लें अपनी तैयारी को पूरा करने के लिए आप नोट्स का सहारा भी ले सकते हैं। कई बार ये नोट्स बहुत मदद भी करते हैं।
अभिषेक का मानना है कि हर व्यक्ति की अपनी अलग क्षमता होती है और उसे उसके हिसाब से ही तैयारी करनी चाहिए। कई बार आप रणनीति दूसरे की देखकर फॉलो करते हैं जो कि ठीक नहीं है क्योंकि आपकी क्षमता उससे अलग है। हो सकता है कि आपकी क्षमता ज्यादा हो या उससे कम हो। पहले अपनी क्षमताओं के अनुसार रणनीति बनाएं। तीसरा और अहम पॉइंट कम किताबों के साथ स्टडी मैटेरियल तैयार करना है। वे कहते हैं कि अगर आपको इसके अलावा मटेरियल चाहिए तो इंटरनेट पर भी मिल सकता है।
अभिषेक वर्मा की पहली पसंद IAS थी और 8वीं रैंक प्राप्त करने के बाद उन्हें ये मिल भी गया। IAS मिलने वाले कैंडिडेट्स की ट्रेनिंग मसूरी स्थित ‘लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन’ में होती है। ट्रेनिंग को मुख्यत: पांच खंडों में विभाजित किया गया है, जिसमें पहला है फाउंडेशन कोर्स, दूसरा- फेज-1, तीसरा- डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग, चौथा- फेज-2, पांच होता है- असिस्टेंट सेक्रेटरी-शिप।