फरीदाबाद :बारात में शादी एक ऐसा आयोजन होता है जिसमें परिवार अपना रुतबा दिखाने के लिए लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर देते हैं। वहीं दहेज भी अच्छा खासा चाहिए होता है। लेकिन जिले के शाहबाद गांव में रहने वाले एक आईएएस अधिकारी ने बिना दहेज लिए मात्र 101 रुपये में शादी करके समाज में एक मिसाल कायम की है।

तिगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शाहबाद गांव निवासी रणजीत सिंह के बेटे प्रशांत नागर 2019 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। प्रशांत नागर फिलहाल उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जॉइंट मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात हैं। उनका विवाह 20 जून को दिल्ली के बुराड़ी में रहने वाले रमेश कुमार की बेटी डॉ. मनीषा से हुआ। इस विवाह में न तो दिखावा हुआ और न ही बरातियों का मेला लगा। विवाह सादगीपूर्वक संपन्न हुआ और बरात में मात्र 11 लोग ही शामिल हुए। दिल्ली सहित फरीदाबाद में इस बिना दहेज के विवाह को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं।

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प्रशांत नागर के पिता रणजीत नागर ने बताया कि शादी-ब्याह में जो लोग अपनी हैसियत दिखाने के लिए रुपये व्यर्थ खर्च करते है, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। बल्कि ऐसे रुपयों से वह जरूरतमंद कन्याओं के विवाह संपन्न करवाएं तो पुण्य हासिल करेंगे। उनके बेटे प्रशांत ने भी बिना दहेज सादगी पूर्वक शादी करने का संकल्प लिया था, जो पूरा किया।

आईएएस अधिकारी के इस कदम की सराहना करते हुए तिगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर ने कहा कि ऐसे विवाह समाज को एक आईना दिखाने का काम करते है। दहेज लेना और देना दोनों ही गलत है इसलिए समाज को अब जागरूक होकर शादी-ब्याहों में व्यर्थ खर्चों से बचना चाहिए। ऐसा करके दहेज प्रथा का भी अंत होगा।

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