अभिषेक शर्मा की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा जो UPSC का सीधा कनेक्शन अंग्रेजी से समझते हैं। अभिषेक ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें अंग्रेजी बोलने में काफी परेशानी होती थी, लेकिन वह IAS अधिकारी बनना चाहते थे। अभिषेक को दो प्रयासों में असफलता हासिल हुई थी। उन्होंने अपनी हिंदी सुधारने पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया और आखिरकार तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की।
अभिषेक शर्मा की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा जो UPSC का सीधा कनेक्शन अंग्रेजी से समझते हैं। अभिषेक ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें अंग्रेजी बोलने में काफी परेशानी होती थी, लेकिन वह IAS अधिकारी बनना चाहते थे। अभिषेक को दो प्रयासों में असफलता हासिल हुई थी। उन्होंने अपनी हिंदी सुधारने पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया और आखिरकार तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की।
अभिषेक शर्मा की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा जो UPSC का सीधा कनेक्शन अंग्रेजी से समझते हैं। अभिषेक ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें अंग्रेजी बोलने में काफी परेशानी होती थी, लेकिन वह IAS अधिकारी बनना चाहते थे। अभिषेक को दो प्रयासों में असफलता हासिल हुई थी। उन्होंने अपनी हिंदी सुधारने पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया और आखिरकार तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की।
यूपीएससी में हासिल की थी 69 रैंक: दिल्ली में तीन महीने तक तैयारी करने के बाद अभिषेक शर्मा वापस जम्मू-कश्मीर लौट गए और वहीं रहकर आगे की तैयारी की। हालांकि इस बीच उन्हें कई बार असफलता हाथ लगी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। 2017 यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में 69 रैंक हासिल कर IAS बने थे। हाईस्कूल में अभिषेक के 90.20% और इंटरमीडिएट में 93.3% नंबर आए। उन्होंने साल 2014 में ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।