बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग आयोग का परिणाम आ चूका है और कई मेघावी छात्रों ने अपने कारी मेहनत से बिहार लोक सेवा आयोग में अपनी जगह बना ली है इसमें कोई ऑटो चलने वाला का बीटा ने परचम लहराया है तो कोई नौकरी करने के साथ साथ आठ घंटे तैयारी कर के बिहार लोक सेवा आयोग में अपनी जगह बनाया है आपको बता दू की बिहार लोक सेवा आयोग में अपना टोपर का परचम लहराया है लेकिन सबसे दुःख की बात यह है की टॉप 10 में कोई भी महिला अभयर्थी नहीं है ।
विद्यासागर ने हर रोज 8 घंटे पढ़ाई कर के टॉप किया बिहार लोक सेवा आयोग में द्वितीय अंक लाने वाले विद्यासागर पिछले साल यानी कि 2020 में यूपीएससी में सफल हुए थे उन्हें इंडियन रेलवे सर्विस कैडेट आवंटित हुआ लेकिन फिलहाल अवकाश में दिल्ली में है विद्यासागर बताते हैं कि वह हर रोज 8 घंटे की कड़ी मेहनत करके बीपीएससी में सफलता के परचम लहराया हैं उनके पिता हरिनंदन यादव सुपौल में एक शिक्षक है और मां सावित्री देवी एक गृहिणी है।
जॉब के साथ नियमित 8 घंटे पढ़ाई करके सफल हुए मुंगेर के रहने वाले विशाल बीपीएससी में चौथा स्थान हासिल किए हैं वह कहते हैं कि बिहार लोक सेवा आयोग में सफल होने के लिए वह जॉब के साथ 7 से 8 घंटे तक की पढ़ाई हर रोज करते थे आपको बता दूं कि अभी फिलहाल डिफेन्स में कोलकत्ता में कार्यरत है वह बिहार में रहकर राज्य लोक सेवा आयोग की तैयारी कर रहे हैं।
पिता चलाते थे ऑटो बेटा बनेगा अधिकारी राजधानी पटना के कंकड़बाग के अशोक नगर के रहने वाले अजीत अब अधिकारी बनेंगे वह बता देंगे कि उनके पिता डीएवी स्कूल में ऑटो चलाते थे हमेशा पापा को परेशान देख बचपन से ही वह अधिकारी बनना चाहते थे फिर वह दुबई में आयल एंड गैस कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी करने के बाद वह अपने फिर घर लौट आएं और हर रोज 8 से 10 घंटे की पढ़ाई करके अपने पिता का नाम उन्होंने रोशन किया है और उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग में छठी रैंक हासिल किया।