UPSC की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल इस परीक्षा में लाखों कैंडिडेट्स शामिल होते है लेकिन कुछ ही कैंडिडेट्स इसमे सफलता हासिल करते है। उसके बाद वों IAS, IPS तथा IFS बनकर देश के शान को बढ़ाते है। देश प्रेम की भावना तो हर देश के नागरिक में होती है, चाहे वो किसी भी क्षेत्र से हो लेकिन देश सेवा का परम भाग्य कुछ ही लोगों को मिलता है।
आज हम बात करेंगे एक ऐसी लड़की की, जिनका सपना एक मॉडल बनने का था, इसी बीच उनके मन में देश की सेवा के लिए भावना जागृत हो गई, उसके बाद उन्होंने काफी मेहनत किया और वर्ष 2019 की UPSC के परीक्षा में 93 रैंक से सफलता हासिल की और आज IFS बन देश की शोभा बढ़ा रही है।
कहते है न, देश प्रेम इंसान से क्या कुछ नही करवा सकता। इस प्रेम में इतना जुनून होता है कि लोग अपना सपना भी भूल बैठते है। ऐसी एक लड़की जिसकी दास्तां आज हम आपको बताएंगे। जी हां, ऐश्वर्या श्योरेन की हम बात कर रहे है, जिन्होंने अपना रास्ता ही बदल दिया अपने देश की सेवा के खातिर। तो चलिए जानते है ऐश्वर्या की कामयाबी का सफर…..
एक ऐसी लड़की, जिसका सपना था मॉडल बनना लेकिन उनके मन मे देश सेवा की भावना जागृत हुई और उसने देश की सेवा करने को ठान ली। लेकिन एक सवाल आपके दिमाग मे चल रहा होगा कि आखिर ऐश्वर्या ने देश की सेवा के लिए UPSC की परीक्षा ही क्यों दी। इसपर ऐश्वर्या का कहना है कि, “देश की सेवा के लिए मैंने सिविल सर्विसेज इसलिए चुना क्योंकि महिलाओं को सेना में बढ़ने के लिए बहुत मौके है लेकिन सीमित है, परन्तु सिविल सर्विसेज में बिल्कुल भी ऐसा नही है, महिलाएं जो चाहें वो अपने मेहनत के बल पर हासिल कर सकती है।”
देश सेवा के खातिर बदल दिया रास्ता, कर रही थी मॉडलिंग लेकिन बन गई IFS
ऐश्वर्या श्योरेन (Aishwarya sheoran) की पहली पसंद मॉडलिंग थी लेकिन देश सेवा की ललक ने उनका रास्ता ही बदल दिया। मॉडलिंग में उन्होंने बहुत शोहरत हासिल की थी। वों वर्ष 2016 के फेमिना मिस इंडिया पीजेंट की फाइनलिस्ट थी। लेकिन देश प्रेम की चाहत में उन्होंने अपना रास्ता बदल मॉडलिंग के बजाय IFS कर लिया।
मां का सपना था बेटी मिस इंडिया की खिताब जीते
ऐश्वर्या ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि, उनकी माँ ने बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय को देखते हुए उनका नाम ऐश्वर्या रखा। क्योंकि उनका सपना था कि बेटी मिस इंडिया की ताज पहनें। हालांकि ऐश्वर्या ने मिस इंडिया फाइनलिस्ट के टॉप 21 में अपनी जगह बना ली थी। लेकिन उसी बीच उनके मन मे देश सेवा की भावना जागृत हुई और उन्होंने तय किया कि अब उनको देश के लिए समर्पित होना है। इसी समर्पण की चाह में वो UPSC के एग्जाम में बैठीं और उसमे सफल होकर IFS बन आज देश के बेटियों के लिए प्रेरणा बनी हुई है।