कोरोना की इस त्रासदी के दौरान पूरे देश में ऑक्सीजन (Patna Oxygen Black Marketing) और उसके उपकरणों की कमी काफी देखने को मिल रही है. कुछ ऐसा ही हाल बिहार और बिहार की राजधानी पटना में भी है. यहां भी ऑक्सीजन और उसके उपकरणों की कमी देखने को मिल रही है लेकिन इधर कुछ लोग कोविड के इस आपदा को अवसर में बदल लिए हैं.
दरअसल कुछ लोग ऑक्सीजन की कालाबजारी कर रहे है तो कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर और इसके उपकरणों की. इस बात की शिकायत पिछले कुछ दिनों से लगातार स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ आर्थिक अपराध इकाई के आला अधिकारी नैय्यर हसनैन खान को मिल रही थी.
EOU ने की कार्रवाई
मिल रही सूचना का सत्यापन EOU के ADG नैय्यर खान ने खुद अपने स्तर पर किया और उन ठिकानों की रेकी कर हकीकत को खंगालने का जिम्मा सौंपा. इधर सत्यापन होने के बाद इसकी सूचना EOU के पदधिकारियो ने नैय्यर हसनैन खान को दी तो बिना समय गवाएं नैय्यर हसनैन खान ने इस अवैध कारोबार पर चोट करने का जिम्मा अपने अधीनस्थ के अधिकारियों को दे डाला. इसके बाद EOU के अधिकारियों ने बुधवार को पटना के राजीव नगर रोड नम्बर 23 के उस ठिकाने पर जाकर धावा बोल दिया जहां से यह काला कारोबार फलफूल रहा था.
42 सेट रेगुलेटर बरामद
EOU की टीम ने छापेमारी के दौरान मौके से उन चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से ऑक्सीजन सिलेंडर को ऑपरेट करने वाले उपकरण जिन्हें हम लोग सरल भाषा में रेगुलेटर कहते हैं का 42 सेट भी बरामद कर लिया. इस छापेमारी दल की टीम को डीएसपी भास्कर रंजन लीड कर रहे थे.
गिरफ्तार युवकों के विरुद्ध FIR दर्ज
इस ऑपरेशन के बाबत न्यूज़ 18 से बात करते हुए EOU के ADG नैय्यर हसनैन खान ने कहा कि गिरफ्तार युवकों के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. पटना में EOU पिछले तीन दिनों से लगातार ऐसे लोगों के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है जो ऑक्सीजन या इससे जुड़े उपकरणों की काला बाजारी कर मोटी रकम बना रहे हैं. ADG नैय्यर हसनैन खान ने यह भी कहा कि ऐसे लोगों के विरुद्ध हमारी यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.