बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच, एनएमसीएच के बाद अब पटना  एम्स ( Patna AIIMS ) में भी बड़ी संख्या में डॉक्टर्स कोरोना संक्रमित हो गए हैं. पटना एम्स में दूर-दूर से लोग इलाज कराने आते हैं. इस अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टुडेंट्स, डॉक्टर्स के अलावे आउटसोर्सिंग को मिलाकर कुल 3800 की संख्या है.

जिसमें से डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ मिलाकर कुल 384 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. मेडिकल सुपरिटेंडेंट पटना डॉ सी एम सिंह ने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी है. एम्स इतनी बड़ी संख्या में डाक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने से हडक़ंप मच गया है.

अब आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि स्थिति कितनी भयावह है. 1000 बेड की क्षमता वाले पटना एम्स में अभी वर्तमान में 200 कोविड मरीज भर्ती है . अत्याधुनिक मशीन से लैस इस अस्पताल में भी अब डॉक्टर्स की कमी महसूस की जा रही है. पटना एम्स में एक साथ इतने डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ का कोरोना पॉजिटिव होने से इलाज कराने आये मरीज और उनके परिजनों में एक दहशत का माहौल बन गया है. स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना होने के कारण मरीज और उनके तीमारदार परेशान दिखने लगे हैं.

गौरतलब है कि बिहार के दूरदराज से लोग इलाज कराने एम्स पहुंचे हैं. ऐसे में मरीजों के लिए तो परेशानी का सबब बन रहा है. अब बिहार के स्वास्थ्य विभाग पटना एम्स में ऑक्सीजन की कमी की साथ-साथ डॉक्टर्स की कमी की ओर कब ध्यान देता है और सब कुछ सुचारू रूप से कब शुरू होता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. एक तरफ कोरोना संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में लोगों का संक्रमित होना, अस्पताल में बेड की कमी और ठीक से इलाज ना होना, उपर से ऑक्सीजन की कमी ने लोगों को मानसिक रोगी बनाकर रख दिया है.

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