बिहार (bihar) के सभी बड़े बड़े शहरों में जाम की समस्या आम हो गई है | इसी समस्या से निजात पाने के लिए बिहार में विकास का एक नया आयाम जोड़ा जा रहा है. इन प्रोजेक्ट्स के तहत बिहार में करीब 1500 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़कें बनाई जाएंगी। खास बात यह है की इनमें तीन एक्सप्रेसवे भी शामिल हैं। आमस-दरभंगा, वाराणासी कोलकाता और गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के हिस्सों का निर्माण होगा।
बताया जा रहा है की राष्ट्रीय राजमार्ग की 21 में से से 6 परियोजनाओं का टेंडर जारी हो चुका है। बाकी का टेंडर जारी होने की प्रक्रिया चल रही है। वही महज 5 ऐसे प्रोजेक्ट हैं, जिनकी डीपीआर अभी बन रही है। बीते दिनों बिहार के दौरै पर आईं NHAI की अध्यक्ष ने बिहार में शुरू होने वाली परियोजनाओं की समीक्षा की।
आपको बता दे की मौजूदा वित्तीय वर्ष में ही इन परियोजनाओं का विभागीय स्तर का काम पूरा कर लिया जाएगा। अगले साल इस पर ग्राउंड वर्क शुरू हो जाएगा। इन परियोजनाओं में अधिकतर नई सड़कं शामिल हैं। इनके बनने के बाद बिहार के कई जिलों के लोगों को फायदा मिलेगा।
- इन प्रोजेक्ट्स पर शुरू होने वाला है काम
- दानापुर-शिवाला-बिहटा
- चोरमा-बैरगनिया
- पटना रिंग रोड का कन्हौली-शेरपुर हिस्सा
- बहादुरगंज-किशनगंज
- शेरपुर-दिघवाड़ा पुल
- मानिकपुर-साहेबगंज
- उमगांव-सहरसा
- बकरपुर-डुमरिया वाया मकेर, अमनौर, बैकुंठपुर
- आदलवारी-मानिकपुर
- साहेबगंज-अरेराज
- राजापट्टी-फैजुल्लाहपुर-चकिया
- पटना-आरा-सासाराम
- रजौली-बख्तियारपुर
- मुजफ्फरपुर-बरौनी
- मोकामा-मुंगेर
- बक्सर-वाराणसी
- मुजफ्फरपुर-सोनबरसा
- मटिहानी-शाम्हो