अब जल्द ही बिहार की राजधानी पटना की ट्रैफिक व्यवस्था बदली-बदली नजर आएगी। पटना शहर के प्रवेश द्वार और अंदर दोनों जगह यातायात सुगम होगा। गांधी सेतु के दोनों लेन से आवागमन शुरू होने और अटल पथ फेज 2 के जेपी सेतु से जुड़ने के बाद उत्तर बिहार से आना-जाना आसान हो जाएगा।
बताया जा रहा है की मीठापुर ओवरब्रिज का सब्जी मंडी छोर चालू हो जाने के बाद कंकड़बाग, गर्दनीबाग के लोगों को फायदा होगा। चिरैयाटांड़ पुल जाम होने की स्थिति में वे करबिगहिया से सीधे आगे निकलकर आ-जा सकते हैं। गंगा एक्सप्रेस वे भी बनकर तैयार है। यह अशोक राजपथ का विकल्प होगा। इससे पीएमसीएच जाने वाले मरीजों और एंबुलेंस को जाम से जूझना नहीं पड़ेगा। पटना एम्स और पीएमसीएच के बीच कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
जानकारों की माने तो अटल पथ फेज-2 के गंगा एक्सप्रेस वे से जुड़ जाने से स्टेशन से जेपी सेतु जाने वालों का मार्ग सुगम हो जाएगा। वहीं लंबे समय बाद पटना से उत्तर बिहार को जाने वाले भारी वाहनों को सहूलियत होगी। भारी वाहन उत्तरी बिहार के जिलों में आ-जा पाएंगे वहीं पटना से हाजीपुर के बीच यातायात सुगम हो जाएगा।
गंगा एक्सप्रेस वे अशोक राजपथ का विकल्प
आपको बता दे की गंगा एक्सप्रेस वे बनने के कारण दीघा राजापुर पुल और राजापुर पुल से गांधी मैदान पीएमसीएच तक वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। सबसे अधिक गांधी मैदान से पीएमसीएच जाने के क्रम में वाहनों का दबाव रहता है लेकिन गंगा एक्सप्रेसवे बनने के कारण अशोक राजपथ में वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। पटना एम्स से दीघा तक बने एलिवेटेड रोड से आने वाले वाहनों को गंगा एक्सप्रेसवे से जाना आसान हो जाएगा।