गंगा का जलस्तर घटने से गांधी सेतु के पूर्वी लेन के सुपरस्ट्रक्चर का निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो गया है. साथ ही गंगा किनारे स्थित पिलरों पर डेक स्लैब के निर्माण की गति भी पहले से बढ़ी है. गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु की पूर्वी लेन की मरम्‍मत का काम निर्धारित समय से पहले पूरा कर लिये जाने की उम्‍मीद जताई जा रही है। यूं तो एजेंसी के पास इस काम को पूरा करने के लिए फरवरी 2022 तक का वक्‍त है, लेकिन काम की रफ्तार को देखते हुए इसे इसी साल पूरा कर लिये जाने की उम्‍मीद है।आपको बता दे की

आपको बता दे की गंगा नदी के भीतर गांधी सेतु के छह पिलर (पिलर संख्या 39 से 45 तक) स्थित हैं. इन पर कैंटलीवर तकनीक से पुल बनाया जा रहा हैं. इसके अंतर्गत सेतु के दोनों ओर से नदी के भीतर स्थित पिलरों पर स्टील ट्रश को बिछाने ओर डेक स्लैब बनाने का काम हो रहा है.

जानकारी के अनुसार 13 पिलरों पर स्टील इरेक्शन का काम पूरा हो गया है जहाँ पर नमें पिलर संख्या पांच से नौ, 31 से 38 और 44 से 46 तक शामिल हैं. बाकी अन्य पिलरों पर स्टील ट्रश इरेक्शन का काम चल रहा है. गांधी सेतु के 46 में से छह पिलरों पर स्टील ट्रश इरेक्शन के बाद डेक स्लैब को ढालने का काम भी पूरा हो चुका है. इनमें पिलर संख्या एक से चार तक और 27 से 30 तक शामिल है.

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