बिहार में सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है. यह बात बुधवार को जारी शिक्षा की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट से हुआ है. 16वें संस्करण के बाद भी बिहार के सरकारी स्कूलों में 6-14 आयु वर्ग के बच्चों के नामांकन में पिछले एक साल में 3.6% की वृद्धि हुई है. ये रिपोर्ट इस साल सितंबर और अक्टूबर के बीच 25 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के 581 जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए सर्वेक्षण पर आधारित थी। इसमें 76,706 घरों, 5-16 आयु वर्ग के 75,234 बच्चों के अलावा 7,300 सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों को शामिल
आपको बता दे की बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने कहा कि स्वाभाविक रूप से अभी जो रिपोर्ट आई है यह बिहार सरकार और शिक्षा विभाग के लिए अच्छी खबर है कि बिहार के सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने वाले कि संख्या बढ़ी है. कुछ मायनों में बच्चे या अभिभावक निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों पर भी भरोसा करने लगे हैं. बताया जा रहा है कि सभी ग्रेड में सरकारी स्कूलों में नामांकित लड़कों और लड़कियों दोनों का अनुपात 2020 से बढ़कर 2021 हो गया। नामांकित लड़कियों का प्रतिशत 2020 में 80.9% से बढ़कर 2021 में 82.9% हो गया, जबकि लड़कों का नामांकन 2020 में 73.2% से बढ़ गया। इस साल 78.2% तक।
बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि लोगों का भरोसा बढ़ा है तो यह अच्छी बात है. हम इसका स्वागत करते हैं और हम अपने विभाग के सभी विद्यालयों महाविद्यालयों से जुड़े सभी शिक्षा कर्मियों को शुभकामनाएं देते हैं. बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के मुताबिक ‘शिक्षा अधिकारियों, शिक्षकों, गैर सरकारी संगठनों, सभी स्तरों (पंचायतों सहित) और बौद्धिक समाज के नेताओं को उन बच्चों को स्वीकार करने के लिए कहा गया जो स्कूल से बाहर थे। अब, हमारे पास अभियान के सकारात्मक परिणाम हैं।’