मनिका बत्रा (Manika Batra) एक ऐसा नाम है जो बीते 18 महीनों से हमारे कान में गूंज रहा है. रेस में बहुत पीछे चले गए भारतीय टेबल टेनिस (Table Tennis) को दोबारा रेस का हिस्सा बनाने का श्रेय मनिका बत्रा को जाता है. सिर्फ़ 24 साल की उम्र में ही ये बेहतरीन खिलाड़ी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ रही है.

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4 साल की उम्र से खेल रही हैं टेबल टेनिस

मनिका बत्रा ने टीटी का सफ़र बहुत छोटी सी उम्र में ही शुरू हो गया था. मनिका 4 साल की उम्र से ही टीटी खेल रही हैं. धीरे-धीरे मनिका ने खेल में बेहतरी की और अब वो Tokyo Olympics 2020 में भारत की ओर से खेलेंगी.

टेबल टेनिस से मनिका को इतना लगाव है कि उन्होंने खेल के लिए कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी. 16 की उम्र से ही उन्हें मॉडलिंग ऑफ़र मिल रहे थे लेकिन उन्होंने खेल के लिए सभी को न कह दिया.

manika batra tokyo olympics

देश के लिए जीत चुकी हैं कई मेडल्स

2011 में मनिका बत्रा ने चिली ओपन (Chile Open) में अंडर-21 कैटेगरी में रजत पदक जीता. सफ़लता की सीढ़ी पर ये उनका पहला ही क़दम था. 2015 कॉमनवेल्थ टेबल टेनिस चैंपियनशिप्स (Commonwealth Table Tennis Championships) में मनिका ने 3 पदक जीते और दुनिया को अपने हुनर से परिचित करवाया.

2016 के साउथ एशिय गेम्स (South Asian Games) में मनिका 3 स्वर्ण पदक और 1 रतक पदक घर लाईं. अब उनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन प्लेयर्स में होने लगी.

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2018 मनिका बत्रा का साल था

2018 में मनिका बत्रा ने एक के बाद एक कीर्तिमान स्थापित किए. एशियन गेम्स (Asian Games) में उन्हें कांस्य पदक मिला लेकिन पदक की भूख ऐसे थोड़ी मिटती है? मनिका किसी शांत समंदर की तरह अपने अंदर मची हलचल को संभाल रही थी. उसी साल के कॉमनवेल्थ गेम्स में मनिका ने 2 स्वर्ण पदक, 1 रजत और एक कांस्य पदक जीते

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