जब आसमान को छूने की जज्बा हो तब ना तो कोई चुनौती दिखेगी और ना ही उम्र का भेद होगा यह कहना है देश के सबसे कम उम्र की स्काईडाइवर बनने का गौरव हासिल करने वाली अनामिका शर्मा और उर्फ बन्नी का उनकी इस उपलब्धि पर मोकामा में हर्ष का माहौल है आपको बता दूं कि अनामिका मूल रूप से बिहार के जहानाबाद के करौली गांव की रहने वाली है अभी यूपी के प्रयागराज में रहती है..
आनंद प्रसाद ने कहा कि अनामिका मोकामा का नाम रोशन किया है अनामिका शर्मा ने मात्र 20 वर्ष की उम्र में वह कारनामा कर दिखाया है जिससे देख लोगों के पसीने छूट जाते हैं अनामिका ने हाल में ही रूस के मास्को में फ्लाइट क्लब के साथ ट्रेनिंग भी 20 साल की अनामिका की खासियत यह है कि वह 12 स्काईडाइव कर ट्रेनिंग का पहला पड़ाव पार कर लिया इसके साथ ही अनामिका भारत की सबसे कम उम्र की स्काईडाइवर बन गई है।
10 साल की उम्र से ही कर रही है ट्रेनिंग अनामिका ने बताया कि वह बचपन से ही साहसिक करतब को देखना करना चाहती थी और देखती रहती थी 10 साल की उम्र में ही पहली बार स्काईडाइविंग का परीक्षण शुरू किया अपने पिता के मार्गदर्शन में इस क्षेत्र में आगे बढ़ा अब अनामिका देश की सबसे कम और उनकी लाइसेंस होल्डर स्काई ड्राइवर बन जाने के बाद वह देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती है अनामिका बीटेक द्वितीय वर्ष की छात्रा है अभी उनके पिता अजय वर्मा वायु सेना देश सेवा निर्मित है और वह भी करीब 650 बार स्काईडाइविंग कर चुके हैं।