पिछले आठ महीनों से मंज़ूर अहमद वागे हर एक दिन खुदाई कर रहे हैं और उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लग रहा। उनकी यह खुदाई अपने सैनिक बेटे की खोज में की जा रही है। उन्हें उम्मीद है कि एक दिन उनके बेटे शकीर मंजूर का शव उन्हें मिलेगा। शाकिर टेरीटोरियल आर्मी का जवान है। बीते 2 […]