बिहार में मंगलवार की दोपहर तीन बजे के बाद अचानक मौसम ने करवट ली। आसमान में काले-काले बादल घिर आए। दिन में ही बिल्कुल अंधेरा हो गया। तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इससे गर्मी और उमस से लोगों को राहत मिली। बारिश से मौसम सुहावना हो गया, लेकिन आम व लीची की फसल पर इसका बुरा असर पड़ा। वहीं, आंधी के कारण कई जगह पेड़ टूट गए। बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त होने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। बदले मौसम में राजधानी में 15 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इस तरह की स्थिति आज, बुधवार और गुरुवार को भी बने रहने की उम्मीद है।
प्री-मानसून की पड़ी फुहारें
मंगलवार की शाम चार बजे से आंधी के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। करीब दो घंटे तक यह स्थिति बनी रही। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि प्री-मानसून का सीजन चल रहा है। ऐसे में आंधी और बारिश आना सामान्य बात है। पिछले दिनों राज्य में तूफान के दौरान भारी बारिश हुई है, जिससे वातावरण में खासी नमी है। इस हालात में तेज धूप होने पर कभी भी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के शैलेंद्र कुमार पटेल ने बताया कि मंगलवार की शाम को लगभग 60 किलोमीटर की गति से हवा चली तो कई पेड़ गिर गए।
आंधी-पानी से आम और लीची बर्बाद :
हालांकि आंधी से आम और लीची की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। 60 किलोमीटर की गति से आंधी चलने के कारण आम की लगभग तीस फीसद फसल बर्बाद हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि पटना जिले में केवल आम की फसल को तीन करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। जिले में 700 हेक्टेयर में आम के बगीचे हैं।