बिहार में चक्रवात यास का प्रभाव खत्म हो गया है। हालांकि, इसके प्रभाव से हुई बारिश के बाद नमी की मात्रा काफी बढ़ गई है जो गर्मी बढ़ने पर वज्रपात के लिहाज से काफी खतरनाक है। वहीं पूर्णिया के रास्ते बिहार में 13 जून को मानसून के पहुंचने के आसार हैं।
12-13 जून को पूर्णिया और 16 को पटना में होगी मानसून की पहली बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से पिछले साल मानसून के बिहार में प्रवेश के मानक समय में बदलाव किया गया है। इसके लिए सूबे में चार ग्रिड प्वाइंट तय किये गए हैं। इस अनुसार पहले मानसून की पहली बारिश पूर्णिया में 13 को जबकि पटना और गया में इसके 16 को पहुंचने के आसार हैं। छपरा में 18 को मानसून की पहली बारिश होगी। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार यास चक्रवात की वजह से मानसून के प्रसार में तेजी आई है। एक-दो दिनों में इसके केरल तट पर टकराने के आसार है।
सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार
वर्तमान में अंडमान निकोबार समूह के द्वीपों के आस-पास दक्षिण-पश्चिम मानसून काफी तेज हो गया है. अगले दो दिनों में इसके केरल में दस्तक देने की प्रबल संभावना है. इसके बाद यह धीरे-धीरे उत्तर भारत की तरफ कूच करेगा. गौरतलब है कि बिहार में जून से लेकर सितंबर तक मानसून की बारिश होती है. इस साल सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार जताए जा रहे हैं. इससे किसानों को राहत मिल सकती है.
मौसम विभाग ने कहा- सचेत रहें
नेपाल के तराई के इलाकों में अगले 24 घंटों में एक दो जगहों पर भारी बारिश और शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ठनका गिरने के आसार हैं। मौसम खराब होने पर लोगों से सचेत रहने की अपील की गई है। पूर्वी यूपी व आसपास बना चक्रवाती परिसंचरण दक्षिणी यूपी व इसके आसपास की ओर शिफ्ट कर गया है।