केरल में मॉनसून दो दिनों की देरी से तीन जून को दस्तक देने जा रहा है. वहीं, मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि बिहार में मॉनसून का प्रवेश 12 जून तक हो जायेगा. बिहार में मॉनसून की सक्रियता की औपचारिक एक रिपार्ट 31 मई को आइएमडी जारी कर सकता है.
मौसम विभाग के महानिदेशक एम महापात्रा ने रविवार को कहा कि कर्नाटक तट पर चक्रवातीय परिसंचरण के चलते दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की चाल प्रभावित हुई है. लिहाजा केरल में तीन जून के आसपास मॉनसून के पहुंचने की उम्मीद है.
अब यास की आर्दता और सूरज की तपिश ढायेगी कहर
यास तूफान कमजोर हो गया. हालांकि, उसके साइड इफेक्ट अब ज्यादा प्रभावी हो जायेंगे. फिलहाल जून के प्रथम सप्ताह में सामान्य से कई गुना आर्दता होगी. इसके प्रभाव से पूरे प्रदेश में ठनका, हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और उमस बढ़ सकता है.
दरअसल अगले 48 घंटे बाद जैसे ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा. वातावरण में मौजूदा नमी और तपिश के प्रभाव से स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे बादल बनना शुरू हो जायेंगे. इससे बारिश और वज्रपात का दौर नये सिरे से शुरू हो सकता है.
आइएमडी पटना के मुताबिक सोमवार को भी प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और उत्तरी बिहार में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने के आसार हैं. इस दौरान प्रदेश में कुछ जगहों पर धूप भी खिल सकती है. हालांकि, एक जून तक अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास 37 से 40 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की संभावना है.