ताउते तूफान भारत के पश्चिमी हिस्से के समुद्री तटों से टकरा चुका है अब भारत के पूर्वी समुद्री तट पर एक और चक्रवाती तूफान यास के टकराने की स्थिति बन रही है. बंगाल की खाड़ी में बन रहे इस चक्रवात के पश्चिमी बंगाल के समुद्री तट से टकराने पर स्वाभाविक तौर पर इसका असर ओडिशा के साथ ही बिहार में साफ तौर पर देखने को मिलेगा. 25 व 26 मई को इस तूफान के तट से टकराने का अनुमान है, तो वहीं सोमवार को मौसम पर भारी असर दिख सकता है. इसके मद्देनज़र कई तैयारियां की जा रही हैं.
बंगाल की खाड़ी बनने वाले इस चक्रवात यास के सोमवार को अति गंभीर रूप लेने की आशंका है क्योंकि रविवार को यह डिप्रेशन में बदल चुका है. इस दौरान 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है और मौसम विभाग के अनुसार इसके बाद यह उत्तर व उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ेगा. केंद्रीय गृह मंत्री ने एक बैठक में इस तूफान के असर के बारे में जाना और निर्देश दिए. दिल्ली समेत कई राज्यों के मौसम को प्रभावित करने वाले इस तूफान का असर बिहार में क्या असर होगा, जानिए.
बिहार में क्या होगा असर?
यास के लैंडफॉल के समय 155 से 165 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, तो कुछ इलाकों में 185 की रफ्तार से भी. यह गति कितनी घातक हो सकती है, इसे आप ताउते और अम्फान से जोड़कर समझ सकते हैं. बिहार के मौसम पर ताउते का असर हुआ था, जो एकदम उल्टे पश्चिमी तट से टकराया था, तो पूर्वी तट से टकरा रहे तूफान का कहर ज़्यादा ही होगा.
साभार – News 18