कोरोना से पति और सास की मौत के बाद विवाहिता को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया। इतना ही नहीं ससुराल वालों ने महिला पर ज्वैलरी और गृहस्थी का लाखों का सामान भी हड़पने का आरोप लगाया है। महिला ने ससुराल वालों के खिलाफ चकेरी थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन शिकायत के कई दिन बाद भी महिला को उसके घर में दाखिल नहीं करा सकी है।
कोरोना से पहले खुशहाल थी जिंदागी, एक झटके में बिखर गई जिंदगी
रामपुरम श्याम नगर निवासी पोस्ट ऑफिस से रिटायर महेंद्र शुक्ला ने अपनी बेटी पूनम का विवाह 27 अप्रैल 2018 को बी-ब्लॉक श्याम नगर निवासी व्यापारी शिवम बाजपेई से किया था। बेटी हंसी-खुशी अपने ससुराल में थी, लेकिन कोरोना ने एक झटके में सब उजाड़ दिया। पूनम ने बताया कि कोरोना की चपेट में आने से 23 अप्रैल की सुबह पति शिवम की मौत हो गई। इसके चंद घंटे बाद ही कोरोना से जूझ रहीं उनकी मां नीरू बाजपेई ने भी दम तोड़ दिया था। इसके बाद घर में ससुर और देवर ने खुद को संक्रमित होने की आशंका जताते हुए साजिश के तहत उन्हें मायके भेज दिया।
पहले 8 मई और फिर 20 मई को ससुराल आईं, लेकिन किसी ने घर में दाखिल नहीं होने दिया। पूनम ने चकेरी पुलिस, महिला थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उन्हें शुक्रवार तक कोई अपने घर में दाखिल नहीं करा सका। अब वह अपने ही घर में दाखिल होने के लिये दर-दर भटक रही है।
ससुर बोले अब यहां उसका कुछ नहीं, दो जून की रोटी भी तुम्हें भारी पड़ रही
पूनम ने बताया कि वह 20 मई को अपने भाइयों देवेंद्र, जय और पिता महेंद्र शुक्ला के साथ ससुराल गई थी। किसी ने गेट नहीं खोला और ससुर ने छज्जे से धमकाते हुए कहा कि अब उसका यहां कुछ नहीं बचा है। इतना ही नहीं दुतकारते हुए कहा कि तुम्हें बेटी की दो जून की रोटी भी भारी पड़ रही है, जो यहां लेकर चले आए हो। अब दोबारा यहां मत लेकर आना। नहीं तो पूरे परिवार को भारी पड़ेगा।
जांच की जा रही, ससुरालवाले नहीं माने तो दर्ज होगी एफआईआर
थाना प्रभारी दधिबल तिवारी ने बताया कि ससुर और बहू दोनों तरफ से शिकायत पत्र आया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद महिला को उनका हक दिलाया जाएगा। जरूरत पड़ी तो एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।