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आज सुबह का सूरज उगाने के साथ ही देश ने एक दुखद ख़बर सुनी. पंजाब के मोगा में कल यानी गुरुवार देर रात विमान दुर्घटना में भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनव चौधरी शहीद हो गए. शहीद अभिनव भारतीय वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ा रहे थे. विमान के क्रैश होने की इस अप्रिय घटना में देश ने एक जांबाज पायलट खोन दिया. 

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नेक सोच ने किया था प्रभावित

लगभग डेढ़ साल पहले अभिनव अपनी के नेक सोच के कारण अख़बारों की सुर्खियों में छाए थे.   

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अभिनव चौधरी केवल भारतीय वायुसेना के एक बहादुर पायलट ही नहीं, बल्कि अच्छी सोच रखने वाले एक नेकदिल इंसान भी थे. इस बात का प्रमाण तब मिल जब 17 महीने पहले इनकी शादी हुई थी. इनकी शादी पूरे देश की मीडिया में चर्चा का विषय बन गई थी.

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एक तरफ़ जहां देश के कई हिस्सों में दूल्हे की नौकरी और पद के हिसाब से दहेज मांगा जाता है, वहीं शहीद अभिनव ने ससुराल की तरफ से मिलने वाली सारी नकद धनराशि सम्मान सहित लौटा दी थी और शगुन के तौर पर केवल एक रुपया अपने पास रखा था. उस समय अभिनव ने कहा था कि शादी में दहेज की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए. दो परिवारों को जोड़ने के लिए दहेज का लेनदेन जरूरी नहीं है. अभिनव के पिता सतेन्द्र चौधरी ने कहा था कि दहेज प्रथा पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए.

बचपन से ही जाग गई थी उड़ाने की चाह 

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उत्तर प्रदेश के बागपत के पुसार गांव से संबंध रखने वाले अभिनव, अपने परिवार के साथ मेरठ की गंगासागर कॉलोनी में रहते थे. एक किसान पिता के बेटे अभिनव बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में होनहार होने के साथ साथ खेल कूद तथा अन्य गतिविधियों में खूब रुचि रखते थे. अभिनव पांचवी तक मेरठ के ट्रांसलेट एकेडमी में पढ़े तथा इसके बाद इन्होंने 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज देहरादून से पूरी की. आरआईएमसी में देश भर से चुनिंदा बच्चों को ही प्रवेश मिलता है, लेकिन अनुभव ने पहले ही प्रयास में इस कॉलेज में दाखिला पा लिया. इसके साथ ही परिवार वालों को समझ आ गया था कि उनका बेटा ऊंची उड़ान भरना चाहता है. 

12वीं की पढ़ाई पूरी करने के साथ ही अभिनव एनडीए में प्रवेश पाने की कोशिश करने लगे. उनकी मेहनत सफल रही तथा वह एनडीए के लिए चयनित हो गए. इसके बाद इन्होंने पुणे में तीन साल तथा फिर हैदराबाद के एएफए  में वायुसेना पायलट की ट्रेनिंग पूरी की. अभिनव ने 25 दिसंबर 2019 को मेरठ में ही सोनिका उज्जवल से शादी कर ली. सोनिक फ्रांस में मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई कर के लौटी थीं.

चार घंटे तक नहीं थी कोई ख़बर 

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब के मोगा से करीब 25 किलोमीटर दूर बाघापुराना के गांव लंगियाना खुर्द के पास पास हुई विमान दुर्घटना में अभिनव शहीद हो गए. क्रैश होने के बाद जैसे ही विमान नीचे गिरा वैसे ही उसमें आग लग गई. एसपी हेडक्वार्टर गुरदीप सिंह ने इस संबंध में बताया कि एक ट्रेनिंग सेशन के दौरान पायलट अभिनव चौधरी ने मिग 21 से राजस्थान के सूरतगढ़ के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन यह मोगा में क्रैश हो गया. विमान क्रैश होने के बाद अभिनव उस दुर्घटनाग्रस्त विमान में नहीं मिले. लगभग 4 घंटे तक खोजने के बाद शहीद पायलट अभिनव चौधरी का पार्थिव शरीर मिल पाया. उनका पार्थिव शरीर एक खेत में मिला. दरअसल, अभिनव पहले ही भांप गए थे कि उनका विमान के क्रैश होने वाला है. इसलिए वह उड़ते विमान से कूद गए लेकिन दुर्भाग्य से पैराशूट नहीं खुला. ऊंचाई से गिरने के कारण उनकी गर्दन टूट गई तथा वह शहीद हो गए.

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