पटना में शनिवार को ब्लैक फंगस के 10 नये मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। वहीं पटना एम्स में सबसे अधिक आठ, आईजीआईएमएस में एक और पारस अस्पताल में एक मरीज शामिल हैं। बिहार में सरकारी और कुछ निजी अस्पतालों में अभी तक ब्लैक फंगस के कुल 29 मरीज चिन्हित हुए हैं। इन सभी का इलाज अस्पतालों में हो रहा हैं।
एम्स के कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी ने बताया कि शनिवार को एम्स में आठ नये ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हुए हैं। अभी तक एम्स में कुल ब्लैक फंगस के 20 मरीज भर्ती हैं। इन सभी का इलाज चल रहा हैं। सोमवार से ब्लैक फंगस वाले मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया जाएगा।
एम्स में जो मरीज भर्ती हुए हैं, उनमें पटना, नेउरा, आरा, बक्सर, नवादा, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, के मरीज हैं। वहीं आईजीआईमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.मनीष मंडल ने बताया कि ब्लैक फंगस का एक नया मरीज भर्ती हुआ है जो पटना का रहने वाला हैं। वहीं पारस एचएमआरआई अस्पताल में भी गोपालगंज के एक नया मरीज भर्ती हुआ हैं।
ब्लैक फंगस के मरीज बढ़ रहे हैं गांवों में
कोविड संक्रमण से ठीक होने के बाद खासकर शुगर, ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारी से ग्रसित मरीजों में ज्यादा यह बीमारी पकड़ रहा हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या काफी बढ़ेगी। ऐसा इसलिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में एक जागरूकता की कमी और दूसरा व्यक्तिगत हाइजीन या साफ-सफाई को लेकर लोग गंभीर नहीं हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा केस आ रहे हैं। अभी से ही ग्रामीण क्षेत्रों में इसको लेकर व्यवस्था नहीं की गई तो आने वाले समय में स्थिति गंभीर हो सकती हैं। ब्लैक फंगस के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। पटना एम्स में तो सबसे ज्यादा मरीज भर्ती हो रहे हैं। इसको लेकर एम्स प्रशासन अगल से ब्लैक फंगस वाले मरीजों के लिए सोमवार से अलग वार्ड शुरू करने जा रहा है।
गोपालगंज में मिला ब्लैक फंगल का दूसरा मरीज
गोपालगंज जिले में शनिवार को ब्लैक फंगल का दूसरा संदिग्ध रोगी पाया गया। संबंधित मरीज बरौली प्रखंड के जलपुरवा गांव का बताया गया है। उसका इलाज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है। परिजनों ने बताया कि पच्चीस दिन पूर्व वह कोरोना की जांच में संक्रमित पाया गया था।
साभार – hindustan