बिहार के मुंगेर में दिल दहलाने वाली घटना हुई है। जिले के तारापुर प्रखंड के अफजल नगर पंचायत के खुदिया गांव में शादी की खुशियां उस समय मातम में बदल गयी जब दुल्हन बनी निशा की अचानक तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। कुछ घंटे पहले ही उसकी मांग भरने वाले पति ने अर्थी को कंधा दिया और गंगा घाट लाया मुखाग्नि दी।
अफजल नगर पंचायत की खुदिया गांव में रंजन यादव उर्फ रंजय की बेटी निशा कुमारी की शादी 8 मई को थी। हवेली खड़गपुर प्रखंड के महकोला गांव से सुरेश यादव के पुत्र रवीश की बारात तय समय पर पहुंची। देर रात सिंदूरदान के बाद ही दुल्हन निशा की तबीयत बिगड़ गई। दुल्हन की तबीयत बिगड़ते ही शादी की खुशी में खलल पड़ गया।
दुल्हन को परिजन तारापुर अनुमंडल अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया। दुल्हन को इलाज के लिए भागलपुर के निजी अस्पताल में ले जाया गया। इलाज शुरू होने के पांच-छह घंटे बाद ही दुल्हन ने दम तोड़ दिया।
अचानक दुल्हन की मौत की खबर से शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। रविवार की शाम निशा का शव गांव लाया गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। निशा के साथ सात फेरे लेने वाले रवीश भी इस मौत से हतप्रभ था। सोमवार की सुबह नवविवाहिता की अर्थी सजायी गई।
दुल्हन निशा को अपने घर ले जाने की जगह पति रवीश कुमार ने कंधा दिया। शव को अंतिम संस्कार के लिए सुल्तानगंज ले जाया गया। वहां दुल्हन निशा को पति रवीश ने मुखाग्नि दी। इस घटना से पूरा गांव मातम में डूबा रहा। गांव में चर्चा है कि निशा कुमारी एक सप्ताह से सर्दी-खांसी से पीड़ित थी। शादी की रात उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई।
साभार – hindustan