कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 41 गेंद में 82 रन बनाकर दिल्ली कैपिटल्स को सात विकेट से जीत दिलाने वाले सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने कहा कि वह रनों के बारे में नहीं सोचकर अपना स्वाभाविक खेल दिखा रहे थे।
पृथ्वी शॉ ने मैच के बाद कहा ,”मैं कुछ नहीं सोच रहा था। सिर्फ ढीली गेंदों का इंतजार कर रहा था। मुझे पता था कि शिवम मावी मुझे कहां गेंद डालेगा क्योंकि हमने जूनियर स्तर पर चार पांच साल साथ में खेला है ।
उन्होंने कहा कि जब मुझे लगता है कि मैं फॉर्म में हूं तो मैं रनों के बारे में नहीं सोचता। मैं अपने बारे में भी नहीं सोचता, इरादा सिर्फ टीम को जिताने का होता है।
आस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम से बाहर होने के बाद घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले पृथ्वी शॉ ने कहा कि मेरे पिता ने उस समय मेरी काफी हौसलाअफजाई की। उन्होंने कहा कि अपना नैसर्गिक खेल दिखाते रहो। मैने काफी मेहनत की और क्रिकेट में उतार चढाव तो आते रहते हैं।