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PCS रिजल्ट: कार ड्राइवर के बेटे ने तो कहीं दर्जी के बेटे ने पाई सफलता, गुदड़ी के लालों की कहानी

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यूपी लोक सेवा आयोग (यूपीपीसीएस) संयुक्त राज्य अपर अधीनस्थ सेवा परीक्षा 2020 का रिजल्ट घोषित कर दिया. इसमें 476 अभ्यर्थियों को सफलता मिली है. इसमें किसी किसान के बेटे ने सफलता पाई है तो कोई गरीबी में तमाम मुसीबतों का सामना करते हुए सफल हुआ. ऐसे ही 5 शख्सियत की कहानी, जिन्होंने यूपीपीएससी में सफलता हासिल की है…

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सिपाही बना पीसीएस अफसर

गोरखपुर जिले के साइबर सेल ममें तैनात सिपाही मुकेश खरवार ने परीक्षा में खारी का मान बढ़ा दिया है. वह नौकरी के साथ-साथ यूपीपीसीएस की तैयारी भी कर रहे थे. उन्होंने परीक्षा दिया और अब वरिष्ठ डायट लेक्चरर के तौर पर उनका चयन हो गया है ।

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मुकेश गाजीपुर के रहने वाले हैं. वह साल 2016 बैच के सिपाही हैं. अभी गोरखपुर के साइबर सेल में उनकी तैनाती है. उन्होंने नौकरी के साथ-साथ तैयारी की. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनकी सफलता के लिए उन्हें बधाइयां दी ।

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बेटे को कपड़े सिलकर पढाईं, बन गया पीसीएस अफसर

एक दर्जी के बेटे ने यूपी पीसीएस में परिवार का मान बढ़ाया है. मां की मेहनत का बेहतरीन इनाम उन्हें दिया है. उन्हें प्रशासनिक अधिकारी का पद हासिल हुआ है ।

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बांदे  के पिपरगवां निवासी प्रेमचंद गांव में ही लोगों के कपड़े सिलते हैं. हाल ही में वह गांव के एक स्कूल में शिक्षामित्र हो गए. उनका दूसरे नंबर का बेटा प्रयागराज में रहकर सिविल की तैयारी कर रहा था. खर्च के लिए सिलाई भी करता था. अब पीसीएस में प्रशासनिक अधिकारी पद पर सिलेक्ट हो गया है ।

संचिता बनीं टॉपर

नवांशहर की रहने वाली संचिता गर्ग ने यूपी पीसीएस में टॉप किया है. बचपन में स्कूल प्रिंसिपल ने उन्हें कहा था कि वह उन्हें अफसर बनना देखना चाहते हैं, आज वह बन गई हैं.

संचिता ने पढ़ाई के बाद प्राइवेट सेक्टर में जॉब की. लेकिन, इसके बाद उन्हें लगा कि जिंदगी में वह कुछ और चाहती हैं तो तैयारी शुरू कर दी. वह रोज 8 से 10 घंटे की तैयारी करती थीं.

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