किशनगंज टाउन थाना के शहीद थाना प्रभारी अश्विनी कुमार के घर से रविवार को एक साथ दो-दो अर्थियां निकलीं. एक शहीद दारोगा अश्विनी कुमार की और दूसरी उनकी मां उर्मिला देवी की. media से बात करते हुए शहीद की बेटी नैंसी ने कहा कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है. उनके पिता की हत्या एक साजिश के तहत कराई गई है. इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी मां की स्थिति काफी खराब है, उनके दो छोटे भाई बहन हैं उनके परिजनों का कैसे गुजारा होगा ।
शहीद की बेटी ने कहा कि उनके पिता अश्विनी कुमार काफी ईमानदार और बहादुर थाना प्रभारी थे लेकिन पुलिस और अन्य लोगों ने मिलकर साजिश के तहत उसकी हत्या करवा दी. उनके गांव के लोगों ने कहा है कि इंस्पेक्टर मनीष कुमार सारे घटना के पीछे दोषी हैं. उन्हें बर्खास्त किया जाए और ऐसे पुलिस अधिकारियों और कर्मियों पर हत्या का मुकदमा कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए ।
पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी सुरेश कुमार चौधरी, कमिश्नर राहुल रंजन महिवाल, डीएम राहुल कुमार, एसपी दयाशंकर, एमएलसी दिलीप जायसवाल, बनमनखी विधायक व पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि धमदाहा के पूर्व विधायक राजद नेता दिलीप यादव शहीद के घर पहुंचे और उन्हें सांत्वना दिया. आईजी सुरेश चौधरी ने कहा कि पूर्णिया क्षेत्र के चारों जिलों के सभी पुलिसकर्मी अपना एक दिन का वेतन शहीद अश्विनी कुमार के परिजन को देंगे. यह राशि लगभग 50 लाख रुपये होगी ।