झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के प्रतिनिधियों ने शनिवार को स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया (सेल) की इस्पात कंपनी बोकारो स्टील लिमिटेड के उच्चाधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। सेल प्रबंधन ने मार्च तक 20 एकड़ जमीन हस्तांतरित करने का भरोसा दिया। जेएससीए को जमीन का प्रचलित बाजार मूल्य के मुताबिक शुल्क देना होगा। स्टेडियम ने नाम में सेल का नाम जुड़ा रहेगा। राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच देखने के लिए बोकारो के लोगों को प्राथमिकता देनी होगी।
पिछले दिनों राजगीर में ही 22 खेल संघों के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। इसमें खेल संघ के पदाधिकारियों ने अपने-अपने खेल से जुड़े निर्माणाधीन स्टेडियम का जायजा लिया और जरूरी सुझाव दिए।
विभाग के प्रधान सचिव रवि परमार ने बताया कि खेल संघ के पदाधिकारियों को बुलाने का मकसद यह था कि ओलंपिक संघ के मानकों का ख्याल रखा जाए। इसके साथ ही आउटडोर व इनडोर स्टेडियम में लगने वाले खेल उपकरण भी मानक के अनुरूप हों।
उपायुक्त ने हर मुममिक मदद को दिया भरोसा
जेएससीए के अध्यक्ष डॉक्टर नफीस अख्तर, सेल के प्रभारी निदेशक अमरेंदू प्रकाश और विधायक बिरंची नारायण ने स्टेडियम के लिए प्रस्तावित स्थल का मुआयना भी किया। बालीडीह विस्थापित कॉलेज के नजदीक जमीन चिह्नित की गई है। रांची के स्टेडियम के लिए एचईसी की तरह सेल प्रबंधन ने भी उसी तरह की शर्तें रखी। नफीस अख्तर बोले कि तीन दिन के भीतर जेएससीए की प्रबंध समिति की बैठक होगी। इसमें सेल प्रबंधन के प्रस्ताव पर विचार कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
सेल प्रबंधन की यह है शर्त
- सेल के नाम पर स्टेडियम का नामकरण होना चाहिए।
- बोकारो स्टील के अधिकारी एवं कर्मचारी को मैच में पास मिले।
- मैच से होने वाली आय में बोकारो स्टील को भी हिस्सा मिलना चाहिए।
- बोकारो के आम लोगों को भी स्टेडियम में सुविधा मिलनी चाहिए।