बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण एक बार फिर झारखंड में स्थिति खतरनाक होती दिख रही है। लगभग 11 माह बाद श्रद्धालुओं के लिए खुले मंदिरों में दो माह बाद फिर से बंदिशें लगने लगी हैं। इसकी शुरुआत आस्था के बड़े केंद्र दुमका स्थित बाबा बासुकीनाथ धाम से हो चुकी है।
शहरी इलाकों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। इसके अनुसार, बासुकीनाथ धाम में स्पर्श पूजा पर रोक लगा दी गई है।
श्रद्धालु अब फिर से अरघा सिस्टम से ही पूजा-अर्चना कर सकेंगे। सिविल एसडीओ महेश्वर महतो ने बताया कि कोविड के बढ़ते केस को देखते हुए श्रद्धालु सीमित संख्या में अरघा सिस्टम से ही पूजा कर सकेंगे। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले श्रद्धालुओं को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की अनिवार्यता के साथ प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। इसके लिए सिविल सर्जन को निर्देश दे दिया गया है।