देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामले होली के रंग में भंग डालने का काम कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जोर पकड़ती जा रही है, ऐसे में लाजमी है कि होली का रंग पिछले साल की तरह इस साल भी फीका रहेगा।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक बार फिर से केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारों ने नई गाइडलाइन जारी की हैं और लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है।
होली और ईद जैसे त्योहारों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है। साथ ही राज्यों ने भी अपने स्तर से गाइडलाइन्स जारी कर दी और बताया है कि कोरोना के साए में इस बार कैसे त्योहार मनाए जाएंगे।
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि त्योहारों के दौरान भीड़ को नियंत्रित रखा जाए और मास्क और सोशल डिस्टेंशिंग जैसे नियमों का पालन कराया जाए।
केंद्र ने कहा कि आगामी त्योहारों होली, शब-ए-बारात, फसलों से जुड़े त्योहार, ईस्टर, ईद उल फितर आदि के मद्देनजर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करें और कोरोना नियमों का पालन कराया जाए, जैसे कि मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंशिंग का ध्यान रखा जाए।
बिहार में भी होली सार्वजनिक स्थलों पर नहीं
बिहार में भी इस बार होली का रंग पहले जैसा नहीं दिखेगा। बिहार में होली को लेकर सार्वजनिक समारोहों पर पाबंदी लगा दी गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपील की है कि होली के समय सार्वजनिक आयोजन न करें, क्योंकि यहां भी कोविड मामले बढ़ने लगे हैं।
उन्होंने कहा, हम सभी लोगों से आग्रह करेंगे की सजग और सचेत रहें। दूसरे कई देशों और हमारे कई राज्यों में मामले बढ़ने लगे हैं।
अन्य राज्यों की तरह बिहार की हालत उतनी बुरी नहीं, फिर भी हमें सेचत रहना होगा।
यूपी में भी गाइडलाइन जारी
योगी सरकार ने प्रदेश में होली का त्यौहार मनाने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि कहीं भी बिना अनुमति कोई होली मिलन समारोह नहीं होगा।
किसी भी जगह बिना प्रशासन की अनुमित के सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे। लोगों को मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करना अनिवार्य होगा।