Petrol Pump: अगर आपके पास बाइक और कार है तो आपने अपने वाहन में पेट्रोल-डीजल तो डलवाया ही होगा. जी हाँ पेट्रोल पंप पर आपने अक्सर सुना होगा की लोगों के साथ धोखा होता है आज के इस खबर में हम बात करने वाले है वही धोखा के बारे में की कैसे लोगों के साथ धोखा होता है और कैसे उससे बचा जा सकता है उसके लिए क्या सावधानी बर्तनी चाहिए जानेंगे पूरी डिटेल विस्तार से इस खबर में….
आप पेट्रोल या डीजल डलवाने पंप पर जाते होंगे तो वहां उपस्थित कर्मी को आप बताते होंगे की मुझे इतना रुपया की पेट्रोल चाहिए उसके बाद वो अपने डिजिटल मीटर में 0 करके वो नंबर डालता होगा और आपको पेट्रोल देता है लेकिन अब लोगों के साथ धोखा होने का सिस्टम बदल गया है अब पेट्रोल और डीजल की शुद्धता के साथ धोखा किया जा रहा है चलिए जानते है इसके बारे में….
अब आपके साथ ऐसे धोखा किया जाता hai जिससे आपके गाड़ी को नुक्सान पंहुच सकती है लेकिन आपके पैसे को नहीं क्यूंकि अब आपको पेट्रोल-डीजल तो पुरे मिलेंगे ही लेकिन अब सवाल उसकी शुद्धता पर उठ रही है क्यूंकि अब आपको अशुद्ध तेल देकर चुना लगाये जायेंगे.
दरअसल आप जिस समय इस चीज का नज़र रखते है की पत्रों पंप के कर्मी ने 0 किया की नहीं मेरे द्वारा बताये गए पैसे उसमें डाला की नहीं तो उस समय आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की आप जो तेल ले रहे है वो शुद्ध है की नहीं तो उसकी जांच उसी मीटर से लगे अमाउंट के तीसरे नंबर पर दी होगी. उसे देखकर आप उसकी शुद्धता की चेक कर सकते है.
दरअसल हम जो तीसरे नंबर की बात कर रहे है वो होती है पेट्रोल-डीजल की डेंसिटी आप आसान भाषा में समझे तो शुद्ध पेट्रोल की डेंसिटी 730 770 kg/m3 होनी चाहिए और शुद्ध डीजल की डेंसिटी 820 860 kg/m3 होना चाहिए अगर ये नहीं है तो आप समझिये आपको अशुद्ध तेल दिया जा रहा है इसके अलावा आप पेट्रोल पंप कर्मी से एक वाइट कलर का पेपर मांग कर भी इसकी शुद्धता का चेक कर सकते है.