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90 के दशक में हिंदी फ़िल्मों में एक ही नाम चलता था – गोविंदा. उनकी हर दूसरी फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर झंडे गाड़ती थी लेकिन फिर वो धीरे-धीरे फ़िल्मी पर्दे से गायब होने लगे. और 2000 की शुरुआत तक बिलकुल गायब ही हो गए

गोविंदा के फ़ैन्स आज तक ये जान नहीं पाए कि वो अब फ़िल्मों का हिस्सा क्यों नहीं बनते हैं. लेकिन, इस प्रश्न का जवाब हाल ही में ख़ुद गोविंदा ने दिया. उन्होंने कहा कि ख़ुद बॉलीवुड ने उनका करियर बर्बाद किया और उनकी छवि ख़राब की

टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सतह एक इंटरव्यू में गोविंदा ने बताया कि कैसे बॉलीवुड के ही लोगों ने उनके ख़िलाफ़ साज़िश की 

Govinda / TwitterGovinda / Twitter

“मुझे ये भी पता है कि एक ऑफ़िस में ये भी बातचीत हो रही थी कि गोविंदा को 15 सीन और दो गाने दो और बाद में उसे भगवान दादा की तरह सिर्फ़ गए पर नचवाओ ताकि वो किसी जूनियर आर्टिस्ट की तरह लगे
लेकिन, मैंने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया और उनकी बैंड बजा दी. मैंने हीरो की तरह कमबैक किया और बाद में वही फ़िल्म प्रोड्यूस भी की. हालांकि ये अलग बात है कि वो फ़िल्म रिलीज़ नहीं हो पाई.” 

बाद में गोविंदा ने ये भी कहा कि कैसे प्रोड्यूसर जानबूझ कर उन्हें ऐसी फ़िल्में ऑफ़र करते थे जिससे उनकी छवि खराब होती

उन्होंने सवाल किया, “उन लोगों ने षड़यंत्र तक रचे कि मुझे ऐसी फ़िल्में दें जो मैं पसंद नहीं करूंगा – जिनमें सेक्स और हिंदा होती. अगर आपको सेक्स पर ही फ़िल्म बनानी है, तो आप पॉर्न फ़िल्में क्यों नहीं बना लेते?” 

उन्होंने निराश होते हए कहा कि जिन्हें वो अपना समझते थे, वो ही लोग उनके ख़िलाफ़ हो गए

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