UPSC Success Story: दोस्तों सिविल सर्विस परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है. क्योंकि इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए लोगों को दिन रात मेहनत कर तैयारी करना होता है. जो सभी लोगों की बस की बात नहीं है. लेकिन कुछ ऐसे लोग होते हैं जो अपना खाना पीना त्याग कर भी यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर उसमे सफलता हासिल कर लेते हैं.
यह भी पढ़े – Success Story: जब सब-इंस्पेक्टर पिता हुए रिटायर, तब बेटी ने उसी जगह ली सर्विस जहां पिता की थी पोस्टिंग
IAS Vaibhav Priya ने UPSC में हासिल किया 104 वां रैंक
ऐसे ही दोस्तों एक कहानी बिहार के चंपारण जिले के रहने वैभव प्रिय (Vaibhav Priya) का है. जिन्होंने अपने आईएएस बनने के सपने को पूरा करने के लिए साल 2021 की यूपीएससी की परीक्षा के दूसरे ही प्रयास में 104 वां रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनकर अपने सपने सहित अपने पूरे परिवार के सपने को भी पूरा कर दिया.
Vaibhav Priya UPSC की परीक्षा के दुसरे प्रयास में बना IAS
आईएएस वैभव प्रिय (IAS Vaibhav Priya) बचपन से ही पढ़ने में बहुत तेज थे. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दसवीं तक की पढ़ाई मसूरी के ओकग्रोव स्कूल से पूरा किया और 12वीं वर्ग की पढ़ाई रांची के डीएवी श्यामली स्कूल से पूरा किया एवं उसके बाद उन्होंने इलाहाबाद जाकर एमएनआईटी से बीटेक की डिग्री हासिल कर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में जुट गए
यह भी पढ़े – लगातार चार बार हुआ UPSC की परीक्षा में असफल, फिर इस तरह कड़ी मेहनत से पास किया UPSC बना IAS अधिकारी
हालांकि उन्होंने यूपीएससी के परीक्षा के पहले प्रयास में भी सफलता हासिल किया था. लेकिन कम रैंक आने के कारण वह संतुष्ट नहीं हुआ था. जिसके चलते वह फिर से यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर साल 2021 के युपीएससी की परीक्षा के दूसरे ही प्रयास में 104 वां रैंक हासिल कर अपने माता-पिता सहित पूरे बिहार का नाम रौशन कर दिया.
UPSC Success Story: आईएएस वैभव प्रिय (IAS Vaibhav Priya) का पिता का नाम अजय कुमार सिंह (Ajay Kumar Singh) है. जो रेलवे के पर्सनल ऑफिसर के पद से रिटायर है. एवं उनकी माता का नाम रंजू सिंह (Ranju Singh) है. जोकि गृहिणी है. एंव उनकी बड़ी बहन एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया में मैनेजर हैं. वहीं छोटी बहन अमेरिकन एक्सप्रेस में प्रोजेक्ट मैनेजर है.