IAS Success Story: दोस्तों अभी के समय के अनुसार कोई भी एग्जाम पास करना मामूली बात नही है. इसके लिए आपको कठिन मेहनत करना ही परेगा. मित्रो हमारे देश में सबसे कठिन परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के परीक्षा को माना गया है. upsc की परीक्षा में हर साल लाखो स्टूडेंट भाग लेते है.
IAS Success Story: और हर साल बहुत स्टूडेंट इस परीक्षा में सफलता भी पाते है. लेकिन बहुत स्टूडेंट ऐसे भी होते है. जो मेहनत करने के वाबजूद भी इस एग्जाम में सफलता नही पाते है. ऐसे ही कुछ कहानी है. IAS डी बाला नागेंद्रन(D Bala Nagendran) की. जो की जन्म से अंधे है. और उन्होंने आँख न होने के बाद भी upsc की एग्जाम में 8 बार असफलता पाकर 9वी. प्रयास में बने आईएएस अधिकारी.
IAS Success Story in hindi: डी बाला नागेंद्रन(D Bala Nagendran) मूल रूप से से तमिलनाडु के निवासी है. जो की जन्म से अंधे है. परन्तु उनका लक्ष्य कलेक्टर बनने का था. अगर बात करे हम डी बाला नागेंद्रन की पढाई लिखाई के बारे में तो. डी बाला नागेंद्रन बचपन से ही पढाई लिखाई में काफी चतुर रहे है. उन्होंने अपना पढाई चेन्नई के ही लिटिल फ्लावर कान्वेंट और रामा कृष्णा मिशन विद्यालय से किये है.
IAS Success Story: उसके प्रश्चात चेन्नई के एक कॉलेज से B.COM की डिग्री हासिल किये. डी बाला नागेंद्रन की परिवार की आर्थिक स्थिति मिला जुला कर ठीक ही थी. उनके पिता इंडियन आर्मी से रिटायर फौजी है. और अभी वो चेन्नई में टैक्सी चलाकर अपना समय बिता रहे है.
डी बाला नागेंद्रन(D Bala Nagendran) पढने में काफी अछे थे. वो हमशा अपने विद्यालय में सबसे आगे रहते थे. उनके इस बात को लेकर विद्यालय के एक टीचर ने उनको upsc की तैयारी करने को सलाह दिए. नागेंद्रन ने अपने टीचर की बात को मान कर upsc की तैयारी में अपने आपको लगा दिए.
तैयारी करते करते डी बाला नागेंद्रन(D Bala Nagendran) ने जब upsc का एग्जाम दिया तब उन्हें लगातार 8 बार असफलता का मुख देखना पड़ा. फिर भी उन्होंने अपना लक्ष्य को अपने नज़र से हटने नही दिए. फिर उन्होंने आखरी प्रयास 2019 में किये और upsc की एग्जाम में 659वीं रैंक हासिल किये. ऐसा कर उन्होंने अपना लक्ष्य और सपना को पूरा किये.