Success Story: दोस्तों कई सारे विद्यार्थियों का सपना होता है कि 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में बिहार के टॉप 10 में शामिल रहे लेकिन यह सपना बहुत ही कम लोगों को पूरा हो पाता है. क्योंकि बिहार के टॉप 10 में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को बहुत सारे मेहनत से पढ़ाई करना होता है. तब जाकर भी कुछ ही स्टूडेंट बिहार के टॉप 10 में शामिल होते हैं.
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ऐसे ही दोस्तों आज की इस कहानी में हम असम की रहने वाली सिनम जैफबी चानु (sinam jafbi chanu) की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. जिन्होंने अपने घर से 16 किलोमीटर दूर साइकिल चलाकर रोज पढ़ने जाती थी अब उनकी वह मेहनत का फल सामने आई है. उन्होंने अपनी 10वीं वर्ग में पूरे असम में चौथा स्थान हासिल कर अपने माता-पिता सहित पूरे परिवार का नाम रौशन कर दी है.
Success Story: दोस्तों आपको हम बता दें कि सिनम जैफबी चानु (sinam jafbi chanu) ने यह परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए रोजाना 6 से 8 घंटे सेल्फ स्टडी से पढ़ाई करते थे. उन्होंने बताया कि हमारे घर के नजदीक पेड़ पौधे की संख्या अधिक थी. जिसके कारण हम रोज पेड़ पौधे के नीचे बैठकर पढ़ती थी. इसलिए हमको पढ़ने में काफी आनंद महसूस होती थी. जिसके कारण हमको आज इतनी बड़ी सफलता हासिल हुई है.
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सिनम जैफबी चानु (sinam jafbi chanu) का जन्म असम के चुराचांदपुर गांव में हुई थी. उनके पिता का नाम सिनम इबोचा सिंघा है. जो गांव में ही एक छोटी सी किराना दुकान चलाते हैं. स्टेट टापर्स सिनम जैफबी चानु ने अपनी इतनी बड़ी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दी है. और वही दोस्तों आपको बता दें कि चानु एक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग बनना चाहती है. जिसके कारण वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में सीखना शुरू कर दी है.