IPS Manoj Sharma
IPS Manoj Sharma

IPS Success Story: साथियों अभी के समय के मुताबिक कोई भी सरकारी नौकरी लेना आम बात नहीं है. इसलिए लोग अपना छोटे छोटे कही भी कोई बिजनेस कर अपना गुज़र बसर करते है. ऐसे ही कुछ घटना एक आईपीएस ऑफिसर मनोज शर्मा(Manoj Sharma) की है. जिन्होंने अपने प्रेमिका के कहने पर आईपीएस बन गए.
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IPS Success Story In Hindi: मनोज शर्मा(Manoj Sharma) मध्यप्रदेश के मुरैना शहर के रहने वाले है. अगर बात करे हम उनकी पढाई लिखाई के बारे में तो मनोज ने 9th 10th और 11th तीनों में (3rd) डिवीज़न से पास किये थे. मनोज इस सब के बारे में कहते है. की उन्होंने 11th तक एग्जाम में चोरी कर के पास किये थे.

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ips मनोज शर्मा

IPS Success Story: और मनोज 12th में असफल हो गए थे. इसका कारन भी उन्होंने बतया की 12th की एग्जाम में उन्हें चोरी करने का मौका नही मिल पाया था. क्योकि एग्जाम से पहले मनोज ने सोचा था की इस एग्जाम को कैसे भी कर के पास करना है. और टाइपिंग सिख कर कही भी कोई नौकरी में सेट हो जाना है.

IPS Success Story In Manoj Sharma: मनोज शर्मा(Manoj Sharma) आज से 18 वर्ष पहले के महाराष्ट्र कैडर के अधिकारी हैं. फ़िलहाल वो अभी मुंबई के (additional commissioner of police west region) के पद पर कार्यरत है.मनोज शर्मा के सोचे हुए बात का नही होने के कारन एक SDMहै जिनकी वजह से वो 12th के एग्जाम में असफल हो गए थे.
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मनोज शर्मा(Manoj Sharma) बताते है. SDM ने जो एग्जाम के हॉल में कुछ बाते कही थी. उस बात को लेकर मुझे बहुत अफ़सोस हुआ. और मैंने उनके बारे में सोचा. की उनके पास इतना पॉवर आया कहा से. बस मै यही सोचकर उसी समय ये निर्णय लिया. की मुझे भी उनके जैसे SDM बनना है.

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ips मनोज शर्मा

फिर मनोज 12th में असफल होने के बाद अपने कुछ कमाने धमाने को सोचे और फिर अपने भाई के साथ टैक्सी रिक्शा चलने लगे. उनके परिवारे की आर्थिक हालत उतने अच्छे नही थे. टैक्सी चलाते- चलाते एक दिन उनकी टैक्सी को चेअक करने वाले उनकी टैक्सी को रोक दिया.

जिसे छुराने के लिए मनोज(Manoj Sharma) (SDM) तक पहुच गए. वहा जाकर उन्होंने SDM से टैक्सी को छुराने के बजाए उनकी तैयारी के बारे में पूछने लगे. और उन्होंने इसी कारणों से sdm बनने के बारे में सोचे. जिसके बाद मनोज sdm की तैयारी के लिए गवालियर चले गए. वहा जाने के बाद.

मनोज(Manoj Sharma) कहते है की मुझे दर दर की ठोकरे खाने परते थे. और मुझे भिखारी के जैसा बन के रहना पड़ता था. फिर बहुत जगह घुमने के बाद मुझे एक लाइब्रेरियन कम चपरासी का काम मिला. और उन्होंने कैसे भी मैनेज कर के अपनी तैयारी जरी रखा. एक बात और उन्होंने कहा की.

मेरे ऊपर ये 12th की डिग्री इतना ख़राब लगता था. जिसके कारन मै अपने प्रेमिका से सही से बात नही कर पता था. उसके बात मनोज(Manoj Sharma) दिल्ली चले गए. वहा जाकर मनोज ने किसी पालतू कुत्ते को खिलाने पिलाने और टहलाने का काम करने लगे. फिर एक दिन उनको मिलन एक शिक्षक से हुआ.

जो की मनोज(Manoj Sharma) को मुफ्त में शिक्षा देने के लिए तैयार हो गए थे. मनोज इंग्लिश विषय में काफ्फी कमजोर थे. जिसके कारन उनको थोरी दिक्कत होती थी.लेकिन उनकी मेहनत इतनी करी थी. की उन्होंने 4th बार में एग्जाम क्लियर कर ips बन गए.