वो कहावत है न अगर कोई भी इंसान सचे मन से अगर कुछ करेगा तो उसे उस कार्य में जरुर सफलता मिलेगी. खास बात यह है की जब बात उस इंसान के बचपन के हो तो वो और भी अच्छा लगता है. लेकिन आज हम एक ऐसे शक्स के बारे में बात करने वाले है. जिनके सफल होने की कहानी बहुत ही प्रेरणादायक है.

आपको बता दे की जब बचपन में बच्चों के दिमाग में जो चीज बैठ जाता है. या यु कहे की जिसे ने बचपन से ही मन बना लिया वो की बड़ा हो कर उसे क्या करना है. वो बच्चा आगे चलकर अपने जीवन में बहुत बड़े मुकाम को हासिल कर लेते है. आज हम उस बच्ची के बारे में बात करने वाले है.

जिसने केवल 8 साल की उम्र में ही पुलिस वाले को वर्दी पहने हुए देखा था और जिसके बाद से ही इस लड़की ने पुलिस बनने का मन में ठान लिया था. की वह भी एक दिन ऐसा ही वर्दी पहनना है. बता दे की उसने 18 साल बाद अपने इस सपने को पूरा कर दिखाया.

सबसे पहले आप यह जान ले की आज की कहानी बाड़मेर की हेमलता चौधरी की. जिसने अपने बचपन के सपने को पूरा कर दिखाया. अहम बात यह है की हेमलता चौधरी के पिता और पति दोनों ही किसान हैं. बता दे की साल 2021 में हेमलता उप निरीक्षक बन गई थी.

आपके जानकारी के लिए बता दे की केवल 17 वर्ष की उम्र में हेमलता चौधरी की घरवालों ने इनकी करा दी और उन्हें ससुराल भेज दिया.