रविंद्र नाथ टैगोर एक महान कवि थे उन्होंने बहुत सारी कविताएं नाटक गाना देश भक्ति गाना उपन्यास चित्रकार निबंध कहानी इत्यादि के लेखक थे. उन्होंने जन गण मन की रचना की थी यह देश भक्त भी थे इन्हें गीतांजलि नामक लेखन के लिए नोबेल पुरस्कार में सम्मानित किया गया था. रविंद्र नाथ टैगोर के बहुत छोटे आयुष्य कविता लिखने में रुचि थी.

7 मई 1861 में कोलकाता के जोड़ सांको में हुआ था इनके पिता महर्षि देवेंद्र नाथ टैगोर माता शारदा देवी इनकी माता का देहांत 18 से 75 में हुआ था तब 14 साल के थे. रविंद्र नाथ टैगोर अपनी शिक्षा घर में ही विभिन्न विषयों के निजी शिक्षकों से की इसके बाद वकील की पढ़ाई करने के लिए लंदन गए और वकील की पढ़ाई में उनका मन नहीं लग रहा था. वह बिना डिग्री प्राप्त किए इंडिया वापस आ गए बचपन से कवि कलाकार बनने का मन था.

इनके कुछ कविताएं की बात करे तो उनमे बंजुल, संध्या, संगीत, प्रभात संगीत, भानु सिंह, ठाकरेर, पदावली आदि की रचना की. रविंद्र नाथ टैगोर का भाई सत्येंद्र टैगोर जो एक अच्छी नौकरी करते थे और दूसरे भाई ज्योतिरिंद्रनाथ टैगोर जो संगीतकार और नाटक का कवि था बहन स्वर्णकुमारी उपन्यास लिखने में रूचि थी.

आपको बता दे की रविंद्र नाथ टैगोर 1902 में शांति निकेतन में विश्व भारती यूनिवर्सिटी के संस्थापक थे. इनकी लेखन से लोगों के आज भी प्रेरणा देती है 7 अगस्त 1941 को दुनिया से चल बसे.

