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हमारे देश के युवा में टैलेंट की कोई कमी नही है. कई ऐसे युवा है जिसको टैलेंट को दिखाने का मौका नहीं मिल पाता है. ऐसे ही एक 10 वी. कक्षा के छात्र ने कबाड़ से तैयार कर इलेक्ट्रिक बाइक. इस लड़के का नाम प्रथमेश सुतारा है. प्रथमेश सुतारा को बचपन से ही इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग का शौक रहा है.

प्रथमेश सुतारा कर्नाटक के बेलगौम जिले के रहने वाले एक ऐसे छात्र हैं, जिन्होंने कोविड-19 जैसे महावारी में कबाड़ से तैयार कर इलेक्ट्रिक बाइक बना दिए है. प्रथमेश ने इस बाइक को बनाने के लिए अपने पिता के गराज के सामान का उपयोग किया. इस इलेक्ट्रिक बाइक को बनाने के लिए सुतारा ने लीड एसिड 48 वोल्टेज मोटर की बैट्री का उपयोग किया है.

उन्होंने लीड एसिड 48 वोल्टेज मोटर की बैट्री के साथ ही 750 वाट के मोटर का उपयोग भी किया गया है. इस सब की मदद से उन्होने रिचार्जेबल मोटर तैयार कर लिया है. इसमे एक बैटरी लगा हुआ है जो बिजली से चार्ज होता फिर जब इस इलेक्ट्रिक बाइक को चलाते है. उस वक्त चार्ज किया हुआ बैटरी से मोटर को उर्जा मिलती है और बाइक चलने लगती है.

प्रथमेश बताते हैं कि उनका यह बाइक बिना पेट्रोल और डीजल के चलता हैं. यह बाइक एक बार चार्ज होने पर 40 किलोमीटर तक चल सकती है. प्रथमेश डीजल पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ते देख उनके मन में ख्याल आया और लॉकडाउन में घर पर इलेक्ट्रिक बाइक बना दिए.