blankghghgghff

कहते हैं ना मेहनत इतनी खामोशी से करो कि, सफलता एक दिन शोर मचा दे. मेहनत और सोच के दम पर असंभव काम को भी संभव कर दिखाया है. इसका उदाहरण सॉफ्टवेयर फार्म पर्सोनियो कंपनियों के सीईओ (Chief Executive Officer) Henno Renner है.

Henno Renner ने अपने मेहनत और सोच से 14,000 रूपये के स्टार्टअप को 468 अरब की कंपनी में बदल दिया. Henno Renner आज से करीब 6 साल पहले पर्सोनियो जैसे स्टार्टअप शुरू किया था. इतने कम समय में इस स्टार्टअप को यूरोप की सबसे बड़ा स्टार्टअप बन गया है. Henno Renner के संयुक्त संस्थान सेंटर फॉर डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में पढ़ाई के दौरान चार दोस्त मिलकर यह स्टार्टअप शुरू किया था.

इसके बाद 2015 में इन चारों ने मिलकर जर्मनी के म्यूनिख में पर्सोनियो कंपनी की स्थापना की. एक समय ऐसा था कि उनके पास ऑफिस नहीं था . शुरुआत में उन्हें काफी परेशानी हुई. धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाई. 2016 में पर्सोनियो ने निवेशकों द्वारा 2.1 मिलियन यूरो का फंड जमा किया. अभी तक पर्सोनियो निवेशकों से $5000 अधिक फंड जुटा चुकी है.

हनो ने अपनी सफलता की कहानी एक इंटरव्यू में बताया कि मात्र $200 यानी 14000 में शुरू किया गया. यह स्टॉप आज 6.3 billion-dollar यानी 468 अरब रुपए की कम्पनी बन चुकी है.