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पहले लोग लड़कियों घर के बाहर नहीं जाने देते थे . लेकिन अब हर क्षेत्र में लड़कियाँ काम करती हैं. अब लड़की चाय की टपरी, खाने पीने का ठेला भी कितना लगाती हैं. ऐसे ही एक कहानी गोरखपुर के ज्योति तिवारी की है. उन्होंने नौकरी छोड़ कर शुरू की मसाला चाट बनाने की दुकान. अब चाट क्वीन बन गई है.

प्रेरणा से भर देने वाला यह कहानी गोरखपुर के ज्योति तिवारी की है. इन्होंने नौकरी छोड़ कर चाट का ठेला लगाया था. ये काम ज्योति अपने पिता को बिना बताए शुरू कर दी थी. आज वह चाट का ठेला लखनऊ की चाट क्वीन बन गई है. आज ज्योति लखनऊ में चार्ट क्वीन से प्रसिद्ध है. न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार गोरखपुर की रहने वाली ज्योति तिवारी की उम्र 22 साल है.

उन्होंने पढ़ाई में बीए पास किया है. उसके बाद में प्राइवेट नौकरी के लिए लखनऊ चली गई. उन्होंने प्राइवेट कंपनी में 2 साल तक नौकरी की लेकिन ज्योति इस नौकरी से संतुष्ट नहीं थी. ज्योति चाहती थी कि वह खुद का बिजनेस करें. ज्योति ने ठान लिया की छोटा ही सही लेकिन खुद का बिजनेस करेगी. ज्योति ने नौकरी छोड़ दी.

ज्योति तिवारी ने अपने दोस्त से ₹9000 उधार लेकर फास्ट फूड की छोटा सा दुकान वहीँ अपने शहर में खोल लिया. कुछ ही दिनों बाद लोग उनके हाथ से बनाए फास्ट फूड को लोग खूब पसंद करते लगे. ₹9000 में शुरू की बिजनेस आज 7000 से 10000 रुपया रोज का कमाती हैं.

ज्योति तिवारी बताती है, कि वह अपने पिता को बिना बताए फास्ट फूड की दुकान खोली. ज्योति तिवारी अपने बहन के साथ पूर्वांचल स्पेशल फास्ट फूड नाम से दुकान चलाती है . इनके दुकान पर नाश्ता के सभी सामान उपलब्ध है. इनके चार्ट की रेट कहे तो 20 रूपये की है, जबकि गोलगप्पे ₹10 में 5 है . वही मोमोज 20 में 6 पीस है. ज्योति तिवारी की दुकान की चाट को लोग खूब पसंद करते है.