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कितनी भी मुश्किल काम क्यों ना हो, अगर आपके अंदर कुछ करने की जिज्ञासा हो तो आप कुछ भी कर सकते हैं. इसी का उदाहरण ये तीनों दोस्त ने दिया है. जो एक छोटे से बिजनेस को करोड़ों में बदल दिया. अगर इंसान चाह ले तो उसके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं है. इन्होंने 2010 में काम करने को सोचा और 2012 में इसे शुरू किया आज इसका वैल्यू करोड़ों रूपये है.

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एक कहानी तीनों दोस्त हिमांशु चावला श्रेय सहगल और सुमन पात्रा की है. जो एक छोटे से बिजनेस को करोड़ों में बदल दिया. 2010 में इन तीनों दोस्त ने ₹200000 लगाकर flower aura नाम का पहला वेंचर शुरू किया. उसके कंपनी में सिर्फ एक कर्मचारी थे. जो कस्टमर सर्विस और डिलीवरी का काम देखता था. श्रेय सहगल ने बताया की 2010 के वेलेंटाइन डे के दिन उनके काम को नई पहचान मिली और यह काम इतना बढ़ गया.

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बाकी पार्टनर को ऑनलाइन डिलीवरी करना पड़ता था. 50% से अधिक डिलेवरी श्रेय और हिमांशु ने उस दिन किया. धीरे-धीरे उनके प्रोडक्ट की मांग बढ़ गई. उनका सामान पहले से ज्यादा बिकने लगा.

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इसके बाद 2016 में तीनों दोस्त ने अपनी कंपनी को अलग पहचान दिया. बेकिंगो नाम से अलग ब्रांड शुरू किया. बेकिंगो देश के 11 राज्यों में फ्लेवर केक डिलीवरी करना शुरू किया. बेकिंगो का 30% सामान ऑनलाइन बिकता है और 77% समान स्विगी और जमेटो जैसे डिलीवरी पार्टनर द्वारा बिकते हैं . 2021-22 में बेकिंगो का टर्नओवर 75 करोड़ का है यह कंपनी 500 लोगों का रोजगार दिया.

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