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मुसीबत सब पर आती है, इससे कोई बिखर जाता है, तो कोई निखर जाता है. इसी का बड़ा उदाहरण अर्पित गुप्ता है. जो अपने भाई को खो दिया लेकिन टूटे नहीं और अपने मेहनत और हौसले से दूसरे प्रयास में UPSC 2021 की परीक्षा पास कर 53 वी. रैंक हासिल किया. और आज I.A.S (Indian Administrative Service) अफसर बनकर अपने जिले और गांव का नाम रोशन किया.

यह कहानी गोरखपुर के रहने वाले अर्पित गुप्ता की है. अर्पित गुप्ता की प्रारंभिक शिक्षा गोरखपुर से ही पूरा किया था. उसके बाद वो उच्च शिक्षा के लिए मैंकिनिकल इंजीनियरिंग करने के लिए उत्तराखंड राज्य के रुड़की शहर चले गए. अर्पित गुप्ता ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद Union Public Service Commission की तैयारी करने की ठान ली.

आईएएस बनने के ख्याल से अर्पित UPSC की तैयारी करने के लिए दिल्ली चले गए . अर्पित गुप्ता UPSC की परीक्षा में पहली बार बैठे थे, लेकिन प्रीलिम्स के पहले उनका तबीयत बहुत खराब हो गई. तबीयत खराब होने के बावजूद उन्होंने प्रलिम्स की परीक्षा में बैठ थे. उनका प्रीलिम्स क्लियर हो गया था.

लेकिन इनका मुसीबत यहीं खत्म नहीं हुआ UPSC की मेंस परीक्षा से पहले उन्हें चिकन पॉक्स हो गया. बता दें की जिस दिन अर्पित परीक्षा देने गए उस दिन उन्हें तेज बुखार आ गया. हालांकि उम्मीद था वह सफल हो जाएंगे. लेकिन वह असफल हो गए. साथ की जीवन की मुसीबत थमने का नाम नहीं ले रही थी.

इसी बीच उन्हें एक और मुसीबत आ गई . उनके चचेरे भाई गुजर गए. अपनों के चले जाने का गम किसे नहीं होता . IAS Arpit Gupta भी भाई गम में बहुत दिनों तक दुबे रहे. फिर अर्पित गुप्ता ने अपने आप में हिम्मत जुटाई और फिर दूसरे प्रयास में UPSC की परीक्षा में ऑल इंडिया में 54 वी रैंक हासिल की और I.A.S अधिकारी बनके देश की सेवा कर रहे है.