लखनऊ उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा एयरपोर्ट वाला प्रदेश बनने जा रहा है। लखनऊ और वाराणसी के बाद कुशीनगर तीसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हो गया है।
कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) का लाइसेंस मिल गया है।
अयोध्या व जेवर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में 10 एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश के 10 अन्य शहरों में एयरपोर्ट के विकास का काम तेजी से चल रहा है।
इनमें रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत आजमगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट तथा सोनभद्र में एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं।
साथ ही हवाई अड्डों को बेहतर कनेक्टिविटी और जन सुविधा के लिहाज से प्रदेश में 17 एयरपोर्ट टर्मिनल को कम से कम दो लेन मार्ग से जोड़ा जा रहा है।
घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा मिलेगी : उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे 3200 मीटर रनवे वाले कुशीनगर एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की जांच के लिए अक्टूबर में डीजीसीए की टीम आई थी।
उसने 21 बिंदुओं पर सवाल उठाए थे। एएआइ ने इन कमियों को दूर कर लाइसेंस के लिए आवेदन किया था।
लाइसेंस मिलने के बाद एएआइ ने स्पाइस जेट, इंडिगो, गो एयर, एयर इंडिया, थाई एयरवेज, मिहिन लंका समेत एक दर्जन से अधिक भारतीय व विदेशी विमानन कंपनियों को उड़ान शुरू करने के लिए आमंत्रित किया है।
कुशीनगर एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी ने बताया कि यहां से घरेलू व अंतरराष्ट्रीय, दोनों उड़ान सेवा मिलेगी। विमानन कंपनियों से बातचीत चल रही है।
एयरपोर्ट के उद्घाटन की तिथि केंद्र व प्रदेश सरकार तय करेगी। हम उड़ान के लिए तैयार हैं।