बिहार के डिप्टी CM सह वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपए का अनुमानित बजट पेश किया है।
सबसे अधिक बजट शिक्षा विभाग को दिया गया है।
इसके बाद स्वास्थ्य, पंचायती राज व अन्य विभागों को बजट में हिस्सा मिला है।
बजट में उद्योग लगाने की संभावना देख रहे लोग निराश हुए हैं।
उद्यमिता विकास के लिए सरकार ने मात्र 200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
महिला उद्यमिता के विकास के लिए भी 200 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
युवा उद्यमियों को 5 लाख रुपए तक का अनुदान और 5 लाख रुपए का अधिकतम ऋण एक प्रतिशत ब्याज पर मिलेगा।
प्रसाद ने इस वित्तीय वर्ष में बिहार सरकार की कुल आय 2 लाख 18 हजार 502 करोड़ रहने की बात कही है।
राजकोषीय घाटा 3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
भास्कर ने पहले ही बता दिया था कि इस बार बजट का आकार पिछले साल के आसपास ही रहेगा।
कोरोना महामारी के कारण राज्य की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं।
इसका असर भी दिखा। बिहार का इस बार का बजट पिछले वर्ष के मुकाबले 3.03 फीसदी ही बढ़ा।