सहारा इंडिया (Sahara India) में भारत के करोड़ो लोगो का जमा पूंजी लगा हुआ है. लोगो ने सहारा पर भरोसा करके अपना कमाई सहारा को दे दिया. लेकिन अब रुपया लौटने के नाम पर सहारा आनाकानी कर रही है. हाल ही में देश के केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक प्रश्न का जबाब देते हुए कहा है की सहारा समूह की कई यूनिट में लगभग 13 करोड़ इन्वेस्टर के 1.12 लाख करोड़ रुपये फसे हुए है.
विनिमय बोर्ड (SEBI) लगातार सहारा समूह दबाव बनाए हुए है की सहारा जल्द से जल्द लोगो का रुपया लौटा दे. SEBI (Securities and Exchange Board of India) ने देश में कई विज्ञापन जारी करके सभी निवेशकों को यह जानकारी देते रहते है की कैसे अपने रुपए वापस लिए जाए. SEBI के विज्ञापन में बताया जाता है की सहारा में फसे रूपये वापस लेने की आवेदन प्रक्रिया क्या है. जो लोग समय रहते आवेदन करेंगे उन्हें रूपये समय से मिल सकते है. अगर आपका भी रुपया सहारा में फसा हुआ है तो जल्द से जल्द रुपया वापस लेने की अर्जी दे दें.
लोगो के डूबते रूपये को देख कर SEBI और अदालत अब कड़ा रुख अपना रही है. हाल ही में सहारा समूह की दो कंपनियों सहारा कमोडिटी सर्विसेज कॉरपोरेशन लि. और सहारा हाउसिंग इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन लि. पर SEBI ने 12 करोड़ रूपये का फाइन लगा दिया था. यह जुर्माना इन दो कंपनियों के अलावा सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय (Subrata Roy) और तीन अन्य करीबी लोगो पर भी लगाया गया है. बताया जा रहा है की साल 2008 और साल 2009 ऐच्छिक पूर्ण परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करने में नियामकीय नियमों के उल्लंघन को लेकर लगाया गया था।