जन्म से पहले ही पता चल जाएगी बच्‍चे की बीमारी, बिहार के SKMCH में देश की पहली वन हेल्‍थ लैब का शुभारंभ

बिहार के लोगो को अब एक बहुत ही हाई टेक सुबिधा मिलने जा रही है. बता दे की बिहार में देश की पहली वन हेल्‍थ लैब शुरू हो गई है. भाभा कैंसर अस्‍पताल व अनुसंधान केंद्र के सौजन्‍य से एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर (SKMCH Muzaffarpur) में इसक शुभारंभ सोमवार को स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) ने किया. टाटा मेमोरियल कैंसर अस्‍पताल के सहयोग से एसकेएमसीएच में पैथोलॉजी विभाग और डॉक्‍टर्स फॉर यू संस्‍था की ओर से चलाया जाएगा.

आपको बता दे की वन हेल्थ लैब के शुभांरभ को लेकर टाटा मेमोरियल अस्‍पताल के प्रभारी डॉ रविकांत सिंह ने कहा कि यहां जीनोम सिक्‍वेंसिंंग की जा सकेगी. इसके माध्‍यम से किसी व्‍यक्‍त‍ि किस प्रकार का कैंसर है, इसका पता चल सकेगा. कैंसर का पता करने के लिए अभी एमआरआई, बायोप्‍सी या सिटी स्‍कैन किया जाता है. जीनोम सिक्‍वेंसिंग के माध्‍यम से प्रसव से पहले ही बच्‍चे की जांच की जा सकेगी और यह पता लगाया जा सकेगा की बच्‍चे में कौन सी बीमारी है.

250 बेड का कैंसर अस्‍पताल दो साल में होगा तैयार 

वही इसको लेकर बिहार के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) ने कहा कि एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर (SKMCH Muzaffarpur) में दो साल यानी 2024 तक 250 बेड का कैंसर अस्‍पताल तैयार हो जाएगा. इसके लिए तेजी से काम चल रहा है. कैंसर अस्‍पताल के निर्माण पर 300 करोड़ रुपये खर्च होंगे.