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अपने खर्चों और वित्तीय जरूरतों को सही से चलाने के लिए बचत करना बेहद जरूरी होता है। बचत करने से भविष्य में आकष्मिक जरूरतों को पूरी करने में काफी आसानी होती है. लेकिन इन अभी चीजो के बीच सहारा इंड‍िया (Sahara India) में लाखों लोगों के पैसे फंसे हुए हैं. हालांकि अब तक उन्हें रकम वापस नहीं मिली है. इसी बीच सहारा की ओर से एक लेटर जारी किया गया है, जिसमें कंपनी ने बड़ी जानकारी दी है.

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सहारा ने जारी किया पत्र!

मीडिया रिपोर्ट की माने तो सहारा की तरफ से व‍िभ‍िन्‍न समाचार पत्रों में पत्र जारी कर कहा है कि वह (सहारा) भी सेबी से पीड़ित है. सहारा ने कहा हमसे दौड़ने के ल‍िए तो कहा जाता है लेक‍िन हमें बेड़ियों में जकड़ कर रखा गया है. इतना ही नहीं, इस चिट्ठी के माध्यम से सहारा ने बताया क‍ि न‍िवेशकों का पैसा अब सेबी का पास है. दरअसल, प‍िछले द‍िनों सहारा (Sahara) ने सेबी (SEBI) पर निवेशकों के 25,000 करोड़ रुपए रखने का आरोप लगाया है. हालांकि पहले भी सहारा की तरफ से यह जानकारी न‍िवेशकों को दी जा चुकी है.

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सरकार ने दी जानकारी

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बताते चले की सरकार भी सहारा के न‍िवेशकों का पैसा वापस द‍िलाने के ल‍िए प्रयासरत है. इसके पहले वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Pankaj Choudhary) ने सदन में बताया था क‍ि सेबी (SEBI) को महज 81.70 करोड़ रुपये के लिए 53,642 ओरिजिनल बॉन्ड सर्टिफिकेट / पास बुक से जुड़े 19,644 आवेदन म‍िले हैं. सरकार ने जानकारी दी थी क‍ि शेष आवेदनों का SIRECL और SHICL की तरफ से दिए गए दस्तावेजों में रिकॉर्ड का पता नहीं चल पा रहा है.

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