बिहार के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में से एक पटना एयरपोर्ट को यात्री सुविधाओं के लिहाज से एक महत्वपूर्ण उपकरण से लैस किया गया है। बता दे की एयरपोर्ट पर मरीजों और बुजुर्ग यात्रियों की सुविधा के लिये एक एंबुलिफ्ट सेवा शुरू की गयी है। दिव्यांग और बुजुर्ग यात्री इसका उपयोग सौ रुपये शुल्क देकर कर सकते हैं। कई बार गंभीर मरीज उपचार के दौरान कई तरह के लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर होते हैं। ऐसे में स्ट्रेचर के सहारे रैंप के जरिए मरीज को विमान में चढ़ाने और उतारने के दौरान झटका लगने का खतरा बना रहता है।
आपको बता दे की एयरपोर्ट के अधिकारियों का इस पर कहना है की एंबुलिफ्ट नाम के इस उपकरण के जरिए क्रिटिकल केयर के मरीजों को भी विमान में ले जाने में मदद मिलेगी। इस एंबुलिफ्ट के जरिये विमान की ऊंचाई तक बिना किसी विशेष स्पंदन के मरीज को ले जाया जा सकेगा। यात्रियों की मांग पर इस एंबुलिफ्ट की सुविधा मरीजों को मिल सकेगी। यह एंबुलिफ्ट एक अटेंडेंट के अलावा दो व्हील चेयर या एक स्ट्रेचर की क्षमता का है। इसे जमीन से आठ मीटर ऊपर तक उठाया जा सकता है।
बताया जा रहा है की यह एंबुलेंस और लिफ्ट का मिला जुला स्ट्रक्चर है। इसकी लागत लगभग 74 लाख 84 हजार है। पटना एयरपोर्ट पर अभी कोई एरोब्रिज नहीं है। इस वजह से बुजुर्गों को विमान में उतरने-चढ़ने में दिक्कत होती है। अब तक व्यवस्था के अनुसार स्ट्रेचर से सीढ़ियों या रैंप के सहारे व्हील चेयर या स्ट्रेचर से विमान तक पहुंचाने की मजबूरी होती है।